scorecardresearch
Sunday, 22 December, 2024
होमदेशनागालैंड से AFSPA हटाने को लेकर केंद्र बनाएगा समिति, 45 दिन में देगी सिफारिश : CM नेफ्यू रियो

नागालैंड से AFSPA हटाने को लेकर केंद्र बनाएगा समिति, 45 दिन में देगी सिफारिश : CM नेफ्यू रियो

रियो ने बताया कि समिति का नेतृत्व गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (पूर्वोत्तर) करेंगे और नगालैंड के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के अलावा असम राइफल्स (उत्तर) के महानिरीक्षक और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक प्रतिनिधि शामिल होंगे.

Text Size:

कोहिमा/गुवाहाटी: नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने रविवार को कहा कि केंद्र ने राज्य से सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (आफस्पा), 1958 को वापस लेने की पड़ताल करने के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया है.

उन्होंने बताया कि समिति का नेतृत्व गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (पूर्वोत्तर) करेंगे और इसमें नगालैंड के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के अलावा असम राइफल्स (उत्तर) के महानिरीक्षक और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक प्रतिनिधि शामिल होंगे.

रियो, उपमुख्यमंत्री वाई पैटन और नगा पीपुल्स फ्रंट के विधायक दल के नेता टी आर जेलियांग द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि समिति 45 दिनों के भीतर अपनी सिफारिशें देगी, जिसके आधार पर नगालैंड को ‘अशांत क्षेत्र’ के रूप में नामित करना जारी रखने या राज्य से आफस्पा वापस लेने का निर्णय लिया जाएगा.

नयी दिल्ली में 23 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में नगालैंड की वर्तमान स्थिति पर चर्चा के लिए हुई एक बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया.

बयान में कहा गया, ‘एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ओटिंग घटना में शामिल सैन्य इकाई और कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करेगी और निष्पक्ष जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. जांच का सामना करने वाले कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाएगा.’

बयान में कहा गया है कि मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाएगी और मोन के पुलिस अधीक्षक और उपायुक्त संबंधित ग्राम परिषदों के परामर्श से आवश्यक प्रक्रियाएं करेंगे. बयान में कहा गया है कि कोन्याक लोगों की मांग के अनुरूप, नगालैंड के प्रतिनिधिमंडल ने शाह से मोन में असम राइफल्स की इकाई को तत्काल प्रभाव से हटाकर दूसरी टुकड़ियों की तैनाती के लिए कहा.

इस महीने की शुरुआत में नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी की घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद पूर्वोत्तर के इस राज्य से आफस्पा को वापस लेने की मांग शुरू हो गई थी.

इस बीच, सेना ने एक बयान में कहा कि उसकी जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और वह नगालैंड सरकार की एसआईटी के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रही है. सेना ने राज्य के लोगों से धैर्य रखने और जांच के निष्कर्षों की प्रतीक्षा करने का आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

सेना ने बयान में कहा, ‘नगालैंड के लोगों ने पिछले कई दशकों में हमेशा शांति और सद्भाव बनाए रखने में सुरक्षा बलों का सहयोग किया है. हम आपके साथ भाईचारे, विश्वास और दोस्ती का गहरा बंधन साझा करते हैं. आइए हम एक उज्ज्वल और बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करें.’ सेना ने घटना के संबंध में वीडियो, फोटो और अन्य साक्ष्य देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.

share & View comments