scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमदेशबिहार के CM और डिप्टी सीएम को अपने दफ्तर में अतीक अहमद की तस्वीरें लगा देनी चाहिए : गिरिराज सिंह

बिहार के CM और डिप्टी सीएम को अपने दफ्तर में अतीक अहमद की तस्वीरें लगा देनी चाहिए : गिरिराज सिंह

डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि हिरासत में मौत के मामले में यूपी अव्वल है. सस्ती पब्लिसिटी के लिए ऐसा किया गया है.

Text Size:

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद के लिए सम्मानसूचक शब्द ‘‘दिवंगत’’ का इस्तेमाल करने के लिए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा और कहा कि उन्हें अपने कार्यालय में डॉन की तस्वीरें लगा देनी चाहिए.

वहीं, पलटवार करते हुए तेजस्वी ने कहा कि मुझे अपराध या अपराधियों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है.

बेगूसराय के सांसद ने कहा, ‘‘मैं सुझाव दूंगा कि बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को अपने कक्ष में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और डॉन की तस्वीरें लगानी चाहिए.’’

उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहा था. वोट के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं.’’

सिंह ने कहा, ‘‘उन्होंने उमेश पाल की हत्या पर एक शब्द भी नहीं कहा है, वे अब दर्द में क्यों हैं?’’

तेजस्वी ने कहा, ‘‘मुझे अपराध या अपराधियों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है. अपराध को खत्म करने के लिए कानून और संविधान हैं. यहां तक कि एक पीएम के हत्यारों को भी मुकदमे से गुज़रना पड़ा और उन्हें सजा मिली. ’’

मीडिया से बातचीत के दौरान विवादास्पद टिप्पणी करते हुए यादव ने मारे गए माफिया को ‘अतीक जी’ कहकर संबोधित किया.

यादव ने कहा था, ‘‘यह अतीक जी की मौत नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश में कानून की मौत हुई है.’’

हालांकि, तेजस्वी ने अपने बचाव में कहा, ‘‘यूपी में जो हुआ वो अतीक अहमद का अंतिम संस्कार नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था का जुलूस था. हिरासत में मौत के मामले में यूपी अव्वल है. सस्ती पब्लिसिटी के लिए ऐसा किया गया है.’’

गौरतलब है कि अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात मीडिया से बातचीत के बीच तीन लोगों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब पुलिसकर्मी उन्हें स्वास्थ्य जांच के लिए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे.


यह भी पढ़ें: ‘आज बिल्कीस है, कल कोई और होगा’, SC की गुजरात सरकार को फटकार- ‘नरसंहार की तुलना हत्या से नहीं हो सकती’


 

share & View comments