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बुधवार, 11 जून, 2025
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एचएयू परिसर में प्रदर्शनकारी छात्रों और सुरक्षा गार्ड में झड़प, पुलिस तैनात

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हिसार, 11 जून (भाषा) हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के एक समूह और सुरक्षा गार्ड के बीच झड़प में कई छात्र घायल हो गए। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (सीसीएसएचएयू) के छात्र स्नातकोत्तर छात्रों के लिए छात्रवृत्ति पात्रता नियमों में बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। उन्होंने दावा किया कि मंगलवार शाम को जब वे ‘‘धरने पर शांतिपूर्वक’’ बैठे थे, तब गार्ड ने उन पर हमला किया।

हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने दावा किया कि कुछ छात्रों ने नारे लगाते हुए कुलपति के कार्यालय में घुसने की कोशिश की और गार्ड के साथ मारपीट भी की।

सूत्रों ने बताया कि इस घटना में कम से कम छह छात्र घायल हुए हैं और उनका हिसार के सरकारी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

हालांकि, कुछ प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि इस घटना में 20 छात्र घायल हुए हैं।

प्रदर्शनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य सुरक्षा अधिकारी/सुरक्षा कर्मचारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।

सूत्रों ने बताया कि एक छात्र की शिकायत पर बुधवार को कुछ सुरक्षा गार्ड के खिलाफ यहां एक मामला दर्ज किया गया है।

छात्रों ने दावा किया कि विश्वविद्यालय 70 प्रतिशत न्यूनतम अंक प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को छात्रवृत्ति देता था लेकिन हालिया संशोधनों ने छात्रवृत्ति को शीर्ष 25 प्रतिशत छात्रों तक सीमित कर दिया है जबकि न्यूनतम पात्रता अनिवार्यता को 70 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया है।

छात्रों ने दावा किया कि वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, तभी सुरक्षाकर्मियों ने बिना किसी कारण के उन्हें धक्का दिया।

इसके बाद छात्र रात में कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज किया जिससे कुछ छात्रों के सिर पर चोटें भी आई हैं।

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने न तो बातचीत की कोई पहल की और न ही उनकी मांग का कोई समाधान निकाला।

प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने आरोप लगाया कि इसके विपरीत जब छात्रों ने अपनी आवाज उठाने की कोशिश की तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षा गार्ड को भेजकर छात्रों को वहां से हटाया और उन्हें पीटा।

इस बीच, विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक लिखित बयान में दावा किया कि कुछ छात्रों ने नारे लगाते हुए कुलपति कार्यालय में घुसने की कोशिश की। उसने आरोप लगाया कि जब वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो छात्रों ने उनके साथ मारपीट की और उनकी वर्दी भी फाड़ दी जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को वहां से हटाने की कोशिश की।

बयान में कहा गया है कि इससे पहले इस मुद्दे पर छात्रों से मुलाकात के बाद कुलपति ने उनकी मांग को लेकर एक समिति गठित की थी लेकिन छात्रों ने समिति से मुलाकात नहीं की।

एचएयू के कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों ने बुधवार को कहा कि उन्होंने कल रात हुई झड़प के विरोध में विश्वविद्यालय की द्वार संख्या चार के सामने धरना शुरू किया।

इस बीच, हरियाणा में विपक्षी दलों ने विश्वविद्यालय के छात्रों पर लाठीचार्ज किए जाने की कड़ी निंदा की है।

कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को एक बयान जारी करके सवाल किया कि किस कानून के तहत विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारियों को ‘‘उन छात्रों पर हमला करने का अधिकार दिया गया है जो अपनी छात्रवृत्ति बहाली की शांतिपूर्वक मांग कर रहे थे?’’

सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि छात्रों पर ‘‘लाठीचार्ज एक आपराधिक कृत्य है और इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार एवं सुरक्षा प्रभारी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके पदों से बर्खास्त किया जाना चाहिए।’’

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने 70 साल में एचएयू जैसे विश्व स्तरीय संस्थानों का निर्माण किया लेकिन ‘‘उन्हें आगे बढ़ाना तो दूर, भाजपा सरकार उन्हें ठीक से चला भी नहीं पा रही है।’’

इंडियन नेशनल लोकदल की छात्र शाखा के राष्ट्रीय प्रभारी और पार्टी विधायक अर्जुन चौटाला ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए छात्रों पर लाठीचार्ज को ‘‘बेहद शर्मनाक, निंदनीय और क्रूर कदम’’ बताया।

भाषा सिम्मी अमित

अमित

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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