scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशसीएए को लेकर हो रहे प्रदर्शन के कारण मोबाइल सेवाओं पर असर, प्रदर्शनकारियों को लिया गया हिरासत में

सीएए को लेकर हो रहे प्रदर्शन के कारण मोबाइल सेवाओं पर असर, प्रदर्शनकारियों को लिया गया हिरासत में

दिल्ली में मोबाइल सेवाओं पर असर पड़ा है वहीं दूसरी तरफ इस प्रदर्शन में एक अनोखी चीज़ देखने को मिली. दिल्ली पुलिस सूरजमल स्टेडियम के पास प्रदर्शनकारियों को केला बांट रही है.

Text Size:

नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हो रहे बड़े प्रदर्शनों के मद्देनजर विपक्ष के कई वरिष्ठ नेताओं, छात्रों और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है वहीं हालात को देखते हुए निषेधाज्ञा लगाने और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मोबाइल और इंटरनेट सेवा निलंबित होने से हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा के महासचिव डी राजा सहित, नीलोत्पल बसु, वरिष्ठ माकपा नेता वृंदा करात, कांग्रेस नेता अजय माकन, संदीप दीक्षित, कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव, उमर खालिद सहित बड़ी संख्या में लोगों को लाल किला और मंडी हाउस से निकट हिरासत में लिया गया.

Yogendra Yadav speaks to media from a bus window after being detained by police at anti-citizenship law protest in New Delhi | Suraj Singh Bisht | ThePrint
योगेंद्र यादव | फोटो :सूरज सिंह बिष्ट

संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर बृहस्पतिवार को दिल्ली के कम से कम 18 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं. वहीं प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दक्षिण, पूर्व तथा उत्तरी दिल्ली के बड़े हिस्से में अवरोधक लगाए गए हैं, जिससे शहर के अनेक हिस्सों में भीषण जाम लग गया.

दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन में एक अनोखी चीज़ देखने को मिली. दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों को केला बांट रही है. सूरजमल स्टेडियम के पास पुलिस लोगों को केला बांट रही है.

विरोध प्रदर्शनों के बीच पुलिस के निर्देश पर दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो सहित दूरसंचार कंपनियों की इंटरनेट, वायस और संदेश सेवाओं को निलंबित कर दिया गया.

आदेश के मुताबिक, उत्तरी और मध्य दिल्ली के पुराने इलाकों सहित मंडी हाउस, सीलमपुर, जाफराबाद, मुस्तफाबाद, जामिया नगर, शहीद पार्क और बवाना में दूरसंचार सेवाओं को निलंबित किया गया है.

योगेंद्र यादव | फोटो :सूरज सिंह बिष्ट

नयी दिल्ली के विशेष प्रकोष्ठ के पुलिस उपायुक्त की ओर से जारी आदेश के अनुसार, ‘कानून और व्यवस्था के वर्तमान हालात को देखते हुए सभी प्रकार के संचार जैसे वॉयस, एसएमएस और इंटरनेट सेवाओं को 19-12-2019 को इन इलाकों में 9 बजे से 1 बजे तक रोकने का निर्देश दिया जाता है.’

लाल किले और उसके आसपास के क्षेत्रों में धारा 144 लागू होने के कारण पुलिस ने बड़ी संख्या में लोगों को बसों से अन्यत्र ले जा कर क्षेत्र खाली कराया.

योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया, ‘मुझे लाल किले से हिरासत में लिया गया. एक हजार प्रदर्शकारियों को हिरासत में लिया गया, वहीं हजारों लोगों को हिरासत में लेने की तैयारी है.’

योगेंद्र यादव | फोटो :सूरज सिंह बिष्ट

कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया, ‘आपकी जेल में कितने लोग आ सकते हैं? जैसा गांधीजी ने कहा था,कि एक बार लोगों के मन से हिरासत का भय निकल जाए तो वह स्वतंत्र हैं. सीएए प्रदर्शन के साथ भी यही हो रहा है.’

यादव ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि हमारे कई साथियों को हिरासत में लिया जा रहा है, इसके बावजूद कई लोग यहां एकत्र हुए. इस देश की नागरिकता विभाजित नहीं हो सकती और आज यही हमारे प्रदर्शन का मूल है.’

दिल्ली पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) मनदीप सिंह रंधावा ने कहा, ‘हम लोगों से अपील करते हैं कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें. क्षेत्र में धारा 144 पहले ही लगा दी गयी है. कृपया दिल्ली पुलिस के साथ सहयोग करें.’

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज दो विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. एक विरोध प्रदर्शन छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की ओर से आयोजित किया गया है जबकि दूसरा प्रदर्शन वामपंथी पार्टियों ने आहूत किया है. दोनों ही मार्च आईटीओ के निकट शाहीन पार्क में मिलेंगे.

सीएए: वाम नेताओं को हिरासत में लेकर पुलिस ने छोड़ा शहर के विभिन्न इलाकों में

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) के विरोध में वामदलों के बृहस्पतिवार को देशव्यापी प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा के महासचिव डी राजा सहित अन्य वामदलों के नेताओं को पुलिस ने मंडी हाउस से शहीद पार्क तक शांति मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी और उन्हें एहतियातन हिरासत में लेकर शहर के विभिन्न इलाकों में छोड़ दिया.

राजा ने बताया कि पूर्व निर्धारित समय के अनुसार दोपहर 12 बजे वाम दलों के संयुक्त प्रदर्शन के दौरान एक नुक्कड़ सभा और शांति मार्च का आयोजन किया गया था. सभा के बाद लगभग साढ़े 12 बजे जैसे ही येचुरी सहित अन्य नेता पैदल मार्च के लिये आगे बढ़ने लगे तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. राजा ने बताया कि येचुरी के अलावा पुलिस ने भाकपा नेता ऐनी राजा, वरिष्ठ माकपा नेता बृंदा करात, प्रकाश करात और नीलोत्पल बसु सहित लगभग 200 लोगों को हिरासत में ले लिया.

उन्होंने बताया कि हिरासत में लिये गये नेताओं और छात्रों को पुलिस धरना स्थल से अलग अलग बसों में ले गयी. राजा ने बताया कि पुलिस ने उन्हें करोल बाग में छोड़ दिया जबकि येचुरी सहित अन्य नेताओं को दूसरे इलाकों में ले जाकर छोड़ा गया है.

राजा ने बताया कि संचार सेवायें बाधित होने के कारण अन्य नेताओं से संपर्क नहीं हो पा रहा है. इस बीच धरना स्थल को मंडी हाउस से बदल कर जंतर मंतर कर दिया गया है. प्रदर्शन में शामिल जेएनयू सहित अन्य संस्थानों के छात्र संगठनों, प्रदर्शनकारियों से जंतर मंतर पर एकत्र होने की अपील की है.

जेएनयू के छात्र नेता उमर खालिद ने भी ट्वीट कर पुलिस द्वारा उन्हें हिरासत में लेने की जानकारी दी. वह लाल किले पर स्वराज इंडिया के नेता योगेन्द्र यादव और अन्य छात्र संगठनों की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने गये थे.

राष्ट्रीय राजधानी, दिल्ली-गुडगांव सीमा में भीषण जाम

संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों के कारण बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सुबह के व्यस्त समय में भीषण जाम लगा वहीं दिल्ली-गुडगांव मार्ग में वाहनों की लंबी कतारें नजर आईं.

दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ‘पुलिस ने अवरोधक लगाए हैं और गुड़गांव से दिल्ली आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है जिसके कारण उन मार्गों में यातायात प्रभावित हुआ है.’ पुलिस ने बताया कि स्वाभिमान रैली के कारण दिल्ली गेट से जीपीओ तक भारी यातायात है.

इसके अलावा सुभाष मार्ग, पीली कोठी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग, लाल किला और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है.

अधिकारी यातायात की स्थिति पर लगातार ट्वीट कर जानकारी दे रहे हैं.

दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, ‘प्रदर्शनों के कारण आया नगर सीमा से दिल्ली की ओर और कापसहेड़ा सीमा से दिल्ली की ओर भारी यातायात है. मथुरा रोड से कालिंदी कुंज के बीच सड़क संख्या 13ए यातायात के लिए बंद है. नोएडा से दिल्ली आने वाले लोगों को डीएनडी अथवा अक्षरधाम मार्ग पकड़ने की सलाह दी जाती है.’

निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद प्रदर्शनकारी लाल किले और मंडी हाउस में जमा हो गए हैं. पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है.

पुलिस ने कहा कि इन प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस की इजाजत नहीं मिली थी.

सीएए विरोधी प्रदर्शन: दिल्ली के 16 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश-निकास द्वार बंद

इससे पहले डीएमआरसी ने सात मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद रहने की जानकारी दी थी. ये मेट्रो स्टेशन लाल किला, जामा मस्जिद, चांदनी चौक, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, जसोला विहार, शाहीन बाग और मुनीरका हैं.

इसके बाद डीएमआरसी के नए ट्वीट में बताया, ‘पटेल चौक, लोक कल्याण मार्ग, उद्योग भवन, आईटीओ, प्रगति मैदान और खान मार्केट मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद रहेंगे.’

इस सूची में फिर दो और मेट्रो स्टेशन जुड़ गए. वसंत विहार और मंडी हाउस के प्रवेश और निकास द्वार को भी बंद कर दिया गया है. हालांकि ट्रेन बदलने की सुविधा उपलब्ध होगी.

केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के दरवाजे भी बंद हैं लेकिन यात्रियों के लिए ट्रेन बदलने की सुविधा उपलब्ध है.

दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में एयरटेल, वोडाफोन आइडिया, रिलायंस जियो की संचार सेवायें निलंबित

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस के निर्देश पर दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो सहित दूरसंचार कंपनियों की इंटरनेट, वायस और संदेश सेवाओं को निलंबित कर दिया गया.

आदेश के मुताबिक, उत्तरी और मध्य दिल्ली के पुराने इलाकों सहित मंडी हाउस, सीलमपुर, जाफराबाद, मुस्तफाबाद, जामिया नगर, शाहीन बाग और बवाना में दूरसंचार सेवाओं को निलंबित किया गया है.

प्रदर्शनकारियों ने संभल में एक बस को आग लगायी, एक में तोड़फोड़ की

उत्तर प्रदेश के संभल में संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने बृहस्पतिवार को राज्य परिवहन निगम की दो बसों को नुकसान पहुंचाया.

पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि आज दोपहर चौधरी सराय इलाके में एक बस में आग लगा दी गयी जबकि दूसरी बस में तोड़फोड़ की गयी.

अग्निशमन विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गयीं और आग पर काबू करने का प्रयास किया.

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान आज उप्र में यह पहली बड़ी घटना है जिसमें सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

share & View comments