चेन्नई/नई दिल्ली : द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सांसद कनिमोई ने रविवार को आरोप लगाया कि चेन्नई हवाईअड्डे पर जब वह हिंदी में नहीं बोल सकी, तब सीआईएसएफ की एक अधिकारी ने उनसे पूछा कि ‘क्या वह भारतीय हैं.’
Just because you don't belong to one religion or don't speak a particular language doesn't make you less of an Indian. I think the greatness of this country is the acceptance of its diversity & inclusiveness. Somewhere we are losing that: Kanimozhi, DMK MP on her tweet (pic 2) pic.twitter.com/qa0g4u8l1c
— ANI (@ANI) August 9, 2020
इस पर, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने मामले की जांच का आदेश देते हुए कहा कि किसी विशेष भाषा पर जोर देना उसकी नीति नहीं है.
द्रमुक की लोकसभा सदस्य कनिमोई ने इस घटना पर तत्काल जवाब देने और कार्रवाई करने का आश्वासन दिये जाने पर सीआईएसएफ का शुक्रिया अदा किया.
Today at the airport a CISF officer asked me if “I am an Indian” when I asked her to speak to me in tamil or English as I did not know Hindi. I would like to know from when being indian is equal to knowing Hindi.#hindiimposition
— Kanimozhi (கனிமொழி) (@KanimozhiDMK) August 9, 2020
सीआईएसएफ ने ट्वीट किया, ‘’सीआईएएफ मुख्यालय से आपको शुभकामनाएं. हम आपके इस अरूचिकर अनुभव का गंभीरता से संज्ञान लेते हैं. कृपया हमें एयरपोर्ट का नाम, स्थान, घटना की तारीख और समय जैसी सूचनाएं भेजें, ताकि इस मामले में उपयुक्त कार्रवाई की जा सकें.’
Warm greetings from @CISFHQrs. We sincerely acknowledge your unpleasant experience. Kindly DM journey details; name of airport, location, date, and time of the incident for appropriate action in the matter.
— CISF (@CISFHQrs) August 9, 2020
पार्टी सूत्रों ने बताया कि चेन्नई हवाई अड्डे पर यह घटना उस वक्त हुई, जब दोपहर में कनिमोई दिल्ली की उड़ान में सवार होने के लिये वहां पहुंची थी.
कनिमोई राष्ट्रीय राजधानी पहुंच गयी हैं और वह अगले कुछ दिनों तक वहां रहेंगी, जहां उनके कुछ आधिकारिक कार्यक्रम हैं.
उन्होंने ‘हिंदी थोपना’ हैशटैग के साथ ट्विटर पर लिखा, ‘मैं जानना चाहूंगी कि कब से भारतीय होना हिंदी जानने के समान हो गया है.’
शीघ्र ही सीआईएसएफ ने कहा कि उसने ‘मामले की जांच का आदेश दिया है.
किसी विशेष भाषा पर जोर देना उसकी नीति नहीं है. ‘ सीआईएसएएफ केंद्रीय गृहमंत्रालय के अंतर्गत आता है.
(समाचार भाषा के इनपुट के साथ)