जम्मू, 27 मई (भाषा) व्यापक एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली (सीआईबीएमएस) से जम्मू के सीमा क्षेत्रों में निगरानी में बदलाव आया है और इससे सबसे कठिन इलाकों में भी वास्तविक समय पर निगरानी संभव हुई है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बीएसएफ के महानिरीक्षक शशांक आनंद ने बताया कि पायलट परियोजना की शुरुआत 2017-18 में की गई थी और इसने उत्साहजनक परिणाम दिए हैं।
वह जम्मू सीमांत में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर लागू की गई ‘स्मार्ट फेंसिंग’ परियोजना की प्रगति से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
आनंद ने कहा, ”निकट भविष्य में महत्वपूर्ण तकनीकी संसाधनों का समावेश होने की उम्मीद है। हमारा प्रयास है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर प्रत्येक इंच इस प्रणाली के अंतर्गत लाया जाए”
उन्होंने कहा कि जम्मू सरकार के लिए एक जरूरी और प्राथमिकता वाला इलाका है। इस नई तकनीक से सीमा के इस पार और उस पार की हर हलचल पर निगरानी रखी जा सकती है और वह भी वास्तविक समय में।
सीआईबीएमएस परियोजना एक रणनीतिक पहल है जिसका उद्देश्य उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में जवानों द्वारा गश्त की जगह स्मार्ट निगरानी समाधानों को अपनाकर सीमा सुरक्षा को आधुनिक बनाना है।
भाषा योगेश पवनेश
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