रांची, 25 दिसंबर (भाषा) झारखंड में पूरे हर्षोल्लास के साथ सोमवार को पारंपरिक तरीके से क्रिसमस का त्योहार मनाया गया और ईसाई धर्म के लोगों ने शांति एवं समृद्धि के लिए गिरजाघरों में प्रार्थना की।
इस दौरान लोगों ने अपने धार्मिक गीत ‘कैरॅल’ गाए और सभी को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं।
राज्य की राजधानी रांची में हजारों लोग रविवार आधी रात को विशेष प्रार्थनाओं के लिए विभिन्न गिरजाघरों में एकत्र हुए। गिरजाघरों को रोशनी और कलाकृतियों से सजाया गया और यीशु के जन्म को दर्शाया गया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मेरी कामना है कि प्यार, सद्भाव, खुशी और उत्साह का यह पवित्र त्योहार हर किसी के जीवन में खुशियां, शांति और समृद्धि लाए।’’
रांची के आर्कबिशप फेलिक्स टोप्पो की उपस्थिति में सेंट मैरी कैथेड्रल में क्रिसमस पर प्रार्थना सभा आयोजित की गई।
टोप्पो ने कहा, ‘‘क्रिसमस हमारे लिए एक बड़ा त्योहार है और भगवान ने हमें इसलिए इस दुनिया में भेजा है ताकि हम उसकी आज्ञाओं का पालन करें और सत्य के मार्ग पर चलकर दूसरों की सेवा करें।’’
उन्होंने झारखंड के लोगों के लिए अपने संदेश में कहा कि लोगों को अहंकार से दूर रहना चाहिए और यह मानना चाहिए कि वे एक ईश्वर की संतान हैं।
राज्य में विभिन्न गिरजाघरों के पादरियों ने भी झारखंड के समृद्ध भविष्य के लिए प्रार्थना की।
युवकों और युवतियों को झारखंड के प्रमुख शहरों में अलग -अलग सभाओं में ‘नागपुरी क्रिसमस’ गीतों की धुनों पर नृत्य करते देखा गया।
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा
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