तिरुवनंतपुरम, 20 अप्रैल (भाषा) केरल में ईसाइयों ने रविवार को प्रभु ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने के बाद उनके फिर से जीवित होने की स्मृति में प्रार्थना और पारंपरिक भोज के साथ ईस्टर का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाएं, बच्चे और श्रद्धालु सुबह से ही गिरजाघरों में उमड़ पड़े और उन्होंने प्रार्थना की।
राज्यभर के गिरजाघरों में विभिन्न चर्च संप्रदायों के प्रमुख, बिशप और पादरियों ने ईस्टर पर्व के दौरान गिरजाघरों में लोगों का नेतृत्व किया।
ईस्टर प्रार्थना और पश्चाताप के पवित्र सप्ताह की परिणति का भी प्रतीक है, जिसमें ईसा मसीह के जीवन के अंतिम दिनों को याद किया जाता है।
इस अवसर पर 40 दिन के उपवास (लेंट) काल के समापन के साथ ईसाई परिवारों ने घरों में विभिन्न प्रकार के शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों के साथ भव्य भोज तैयार किया।
इस बीच, विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं ने लोगों को ईस्टर की शुभकामनाएं दीं और अपने-अपने क्षेत्रों के गिरजाघर का दौरा कर पादरियों और श्रद्धालुओं से मुलाकात की।
भाषा राखी प्रशांत
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