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Monday, 23 December, 2024
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चीन ने तिब्बत में अपनी सेना में भर्ती किए मिक्स मार्शल आर्ट्स फाइटर्स : सरकारी ब्रॉडकास्टर

एनबो फाइट क्लब से जिसने अतीत में यूएफसी फाइटर्स पैदा किए हैं. 20 मिक्स मार्शल आर्ट्स फाइटर्स लेकर ‘प्लेटू रेज़िस्टेंस तिब्बतन मास्टिफ्स’ का गठन किया गया है.

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नई दिल्ली: भारत से गतिरोध के कुछ महीने और गलवान घाटी में हुई गुत्थम-गुत्था के क़रीब दो हफ्ते बाद जिसमें 20 भारतीय जवान मारे गए थे. चीन ने अपने सीमा मिलीशिया रैंक्स में मिक्स मार्शल आर्ट्स फाइटर्स (एमएमए) का एक स्क्वॉड शामिल किया है.

चीन के सरकारी ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी के अनुसार देश के सिचुआन प्रांत में स्थित एनबो फाइट क्लब से बीस एमएमए फाइटर्स को ‘प्लेटू रेज़िस्टेंस तिब्बतन मास्टिफ्स’ के गठन के लिए भर्ती किया गया है, जो ल्हासा में स्थित होगी.

एनबो फाइट क्लब ने चीन को कुछ बेहतरीन एमएमए फाइटर्स दिए हैं, जो अमेरिकी की यूएफसी (अल्टिमेट फाइटिंग चैम्पियनशिप) जैसे अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबलों में हिस्सा लेने के लिए जाते हैं.

‘तिब्बतन मास्टिफ्स’ का बुनियादी मक़सद होगा, हैण्ड-टु-हैण्ड कॉम्बेट ट्रेनिंग में, बॉर्डर पेट्रोल ट्रूप्स और स्पेशल फोर्सेज़ की मदद करना. लेकिन अभी ये स्पष्ट नहीं है कि क्या ‘तिब्बतन मास्टिफ्स’ को भारत की सीमाओं पर तैनात किया जाएगा. हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक़ गलवान झड़प से पहले ही चीन ने भारत की सीमा पर मार्शल आर्ट्स लड़ाकों और पर्वतारोहियों को भेजकर अपने बलों को मज़बूत कर दिया था.

क्लब के एक मालिक को कहते हुए दिखाया गया, ‘अगर देश को हमारी ज़रूरत है तो एनबो फाइट क्लब जी जान से, चुनौती भरे कार्यों को पूरा करेगा. कुछ दिन पहले हुई झड़प में हमारे लड़ाके शामिल थे या नहीं मुझसे मत पूछिए, मैंने नहीं पूछा.’

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल वांग हाइजियांग ने कथित रूप से कहा कि एनबो फाइट क्लब से भर्ती हुए लड़ाके, ‘सैनिकों की संगठन और लामबंदी की क्षमता को मज़बूती देंगे’ और साथ ही उनके “रैपिड रेस्पॉन्स और सपोर्ट क्षमता को भी बढाएंगे.’

भारत-चीन गतिरोध

भारत और चीन के बीच मई के शुरू से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सीमा को लेकर गतिरोध बना हुआ है, जिसमें 15 जून की रात गलवान घाटी में हाथापाई की नौबत आ गई. चीनियों ने कथित तौर पर क्रूड हथियार इस्तेमाल किए, जिसके नतीजे में एलएसी पर, 45 साल में पहली बार मौतें हुईं.

चीनियों ने कई भारतीय सैनिकों को बंदी भी बना लिया. लेकिन बाद में दोनों पक्षों में बातचीत के बाद, पिछले हफ्ते उन्हें छोड़ दिया गया.

उसके बाद से भारत और चीन सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर लगातार बातचीत में लगे हैं, जहां तनाव कर करने पर बात की जा रही है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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