नई दिल्ली: शहर की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ बनी रहने के मद्देनजर, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने बुधवार को प्रदूषण के मुद्दे पर लगातार लापरवाही के लिए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार को नोटिस भेजा है.
दिल्ली में प्रदूषण के ख़तरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है,अभी तक दिल्ली की राज्य सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है।
बच्चे स्कूल आने जाने में,खेल के मैदानों में ज़हरीली हवा के प्रकोप में हैं।
ये लापरवाही ग़लत है,इस पर @NCPCR_ नोटिस जारी कर रहा है।— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) November 2, 2022
‘दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है, अभी तक दिल्ली सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है. बच्चे स्कूलों में और खेल के मैदानों में जहरीली हवा की जद में हैं. यह लापरवाही गलत है. एनसीपीसीआर नोटिस जारी कर रहा है.’ प्रियंक कानूनगो ने हिंदी में ट्वीट कर कहा. दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बुधवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही, क्योंकि शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 354 था.
नोएडा, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का हिस्सा है, 406 के एक्यूआई पर फिसल गया, और ‘गंभीर’ श्रेणी में बना रहा, जबकि गुरुग्राम का एक्यूआई 346 पर रहा और SAFAR (सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) इंडिया द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, ‘बहुत खराब श्रेणी’ में बना रहा.
वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 100 तक अच्छा माना जाता है, जबकि 100 से 200 तक मध्यम, 200 से 300 तक खराब, और 300 से 400 तक बहुत खराब और 400 से भी 500 या इससे अधिक को गंभीर माना जाता है.
दिल्ली शहर की हालत बहुत खराब रहा. उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नरेला में मंगलवार को उच्चतम एक्यूआई 571 दर्ज की गई. उत्तरी दिल्ली की वायु गुणवत्ता इस समय सबसे खराब है क्योंकि लगभग सभी जगहों का एक्यूआई 400 से ऊपर है. राजधानी के अधिकांश जगहों का एक्यूआई 300 से ऊपर है, मध्य दिल्ली के मंदिर मार्ग जैसे कुछ जगहों को छोड़कर.
सफर के आंकड़ों के मुताबिक, मॉडल टाउन में धीरपुर 356 के एक्यूआई पर पहुंच गया. आईजीआई एयरपोर्ट (टी 3) के पास एक्यूआई भी बुधवार को 350 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा.
शनिवार को एक्यूआई मीटर पर दिल्ली की हालत फिसल कर ‘गंभीर’ हो गई. राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के बिगड़ने के साथ, दिल्ली के अधिकारियों ने अगले आदेश तक सभी निर्माण कार्य और विध्वंस गतिविधियों को रोक दिया है.
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