नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि राज्य में 2026 तक बाल विवाह कुरीति को पूरी तरह खत्म करने का संकल्प लिया गया है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार शर्मा ने कहा कि असम सरकार द्वारा बाल विवाह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किये जाने का नतीजा है कि 2021-22 और 2023-24 के बीच राज्य के 35 जिलों में से 20 जिलों में इस तरह के मामलों में 81 प्रतिशत की कमी आयी है।
शर्मा ने कहा कि रविवार को यहां आयोजित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन के दौरान बाल विवाह को खत्म करने के असम के अभियान की सराहना की गई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में बाल विवाह को खत्म करने के लिए असम सरकार के ‘‘जोरदार और अथक’’ प्रयासों के लिए केंद्रीय मंत्रियों, अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों और खुद मोदी से काफी सराहना मिली।
विज्ञप्ति के अनुसार प्रधानमंत्री ने राजग शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बाल विवाह कुरीति को खत्म करने के लिए असम मॉडल का अनुकरण करने को कहा।
इसमें कहा गया कि मोदी ने अधिकारियों से असम का दौरा करने को भी कहा ताकि वे इसका प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त कर सकें कि राज्य ने बाल विवाह को कैसे खत्म किया है।
सम्मेलन में मुख्यमंत्रियों ने जल संरक्षण, शिकायत निवारण, शिक्षा, महिला सशक्तीकरण और खेल जैसे क्षेत्रों में उनके राज्यों में किए गए बेहतर अभ्यास का प्रदर्शन किया।
भाषा खारी नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.