scorecardresearch
Thursday, 28 August, 2025
होमदेशमुख्यमंत्री नायडू ने टीटीडी की जमीन ‘ओबेरॉय होटल्स’ को सौंपने की साजिश रची है: करुणाकर रेड्डी

मुख्यमंत्री नायडू ने टीटीडी की जमीन ‘ओबेरॉय होटल्स’ को सौंपने की साजिश रची है: करुणाकर रेड्डी

Text Size:

तिरुपति, 24 अगस्त (भाषा) वाईएसआरसीपी नेता बी करुणाकर रेड्डी ने रविवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) की बहुमूल्य संपत्ति ‘ओबेरॉय होटल्स’ को सौंपने की ‘साजिश’ रचने का आरोप लगाया।

रेड्डी का आरोप है कि तिरुपति में टीटीडी की 1,500 करोड़ रुपये मूल्य की 20 एकड़ बेशकीमती जमीन को कम कीमत वाली ग्रामीण जमीन से अदला-बदली की गयी है जिससे कथित तौर पर 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नायडू जमीन की अदला-बदली की आड़ में टीटीडी की बहुमूल्य संपत्ति ‘ओबेरॉय होटल्स’ को सौंपने की साजिश के सूत्रधार हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि इस सौदे को मंजूरी देने के लिए सात मई को टीटीडी की एक विशेष बैठक हुई थी, जिसके बाद सात अगस्त को एक सरकारी आदेश जारी किया गया।

‘ओबेरॉय होटल्स’ के प्रस्ताव को पहले अस्वीकार करने के बाद, अब मंदिरों के इस शहर में एक प्रमुख भूस्थल को ‘उपहार’ के रूप में देने को लेकर नायडू की आलोचना करते हुए रेड्डी ने इसे ‘दिनदहाड़े की गयी डकैती’ बताया।

उन्होंने जानना चाहा कि जब रेनीगुंटा और तिरुपति के पास अन्य इलाकों में सार्वजनिक जमीन उपलब्ध थी, तो सरकार ने इस परियोजना के लिए मंदिर की जमीन क्यों चुनी। उन्होंने इसे ‘लूट का एक पूर्व-नियोजित कृत्य’ करार दिया।

वाईएसआरसीपी नेता ने इसे हिंदू धर्म पर ‘सीधा हमला’ बताया और नायडू के नेतृत्व वाली राजग गठबंधन सरकार पर पर्यटन के नाम पर मंदिर की संपत्तियों की नीलामी करने और सनातन धर्म को कमज़ोर करने का आरोप लगाया।

नायडू, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण और टीटीडी के अध्यक्ष बीआर नायडू को ज़िम्मेदार ठहराते हुए, रेड्डी ने सरकारी आदेश को वापस लेने की मांग की एवं दुनिया भर के भक्तों से इस कदम का विरोध करने की अपील की।

उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ जमीन का मामला नहीं है। यह दुनिया भर में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के भक्तों की आस्था, विश्वास और गरिमा का मामला है।’’

हालांकि, इस मामले पर सत्तारूद्ध दल तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) और ‘ओबेरॉय होटल्स’ की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।

भाषा

राजकुमार संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments