पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को 1 अणे मार्ग स्थित अपने आवास परिसर में आम का पौधा लगाकर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय ‘वन महोत्सव-2025’ का औपचारिक शुभारंभ किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आम जनता से अपील की कि वे अपने घर, मोहल्ले और आसपास के क्षेत्रों में पौधारोपण कर इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं.
गौरतलब है कि वर्ष 1950 से देशभर में वन महोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है, जिसका उद्देश्य वनों का संरक्षण, पौधारोपण को बढ़ावा देना और वृक्षों के प्रति जन जागरूकता फैलाना है. वित्तीय वर्ष 2025-26 में बिहार में 5 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य तय किया गया है, जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
इस अभियान के तहत आज से शुरू होकर अगले तीन महीनों तक राज्य भर में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाएगा. इसमें केवल वन विभाग ही नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास विभाग, जीविका समूह, उद्यान विभाग, अन्य सरकारी संस्थान, गैर-सरकारी संगठन और सामाजिक क्लब भी शामिल रहेंगे.
मुख्यमंत्री की हरित सोच को मूर्त रूप देने के लिए वर्ष 2012 में “हरियाली मिशन” की शुरुआत की गई थी. इस अभियान के माध्यम से राज्य में मिशन मोड में वृक्षारोपण कार्य हुआ, जिससे बिहार का हरित आवरण 15.05% तक पहुंच गया। अब लक्ष्य है कि इसे वर्ष 2028 तक 17% तक बढ़ाया जाए.
इसके अलावा, वर्ष 2019 में शुरू “जल-जीवन-हरियाली” अभियान के तहत पौधारोपण, जल संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा को लेकर व्यापक जनजागरण किया जा रहा है. इस अभियान का एक और उद्देश्य है कृषि वानिकी के ज़रिए किसानों की आमदनी बढ़ाना.
सरकार की योजना के तहत जीविका दीदियों और जंगल किनारे बसे ग्रामीणों को फलदार पौधे निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि वे इस अभियान से जुड़ सकें और दीर्घकालिक लाभ पा सकें.
कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती हरजोत कौर बम्हारा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पुष्प भेंट कर उनका स्वागत किया.
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, पर्यावरण मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रभात कुमार गुप्ता, और मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.