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Tuesday, 22 July, 2025
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की ‘छत्तीसगढ़िया ओलंपिक’ की शुरुआत

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रायपुर, 17 जुलाई (भाषा), छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को दूसरे ‘छत्तीसगढ़िया ओलंपिक’ की शुरुआत की। वर्ष 2022 से आयोजित होने वाले इस खेल प्रतियोगिता का उद्देश्य राज्य के स्थानीय और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देना है।

‘छत्तीसगढ़िया ओलंपिक’ का पहला सत्र अक्टूबर (2022) से जनवरी (2023) तक आयोजित किया गया था, लेकिन इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के कारण दूसरा सत्र तय समय से पहले आयोजित किया जा रहा है।

राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर के ग्राम पंचायत नवागांव में हरेली पर्व (हरियाली अमावस्या) के अवसर पर गेड़ी दौड़ (बांस से बना एक यंत्र जिसपर पैर रखकर चला जाता है।) को हरी झंडी दिखाकर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को खेल सामग्री का भी वितरण किया।

उन्होंने बताया कि ‘छत्तीसगढ़िया ओलंपिक’ के आयोजन का यह दूसरा वर्ष है और इसकी लोकप्रियता को देखते हुए पहली बार रस्सी कूद और कुश्ती जैसे खेल भी शामिल किए गए हैं। इस बार ‘छत्तीसगढ़िया ओलंपिक’ 16 पारंपरिक मुकाबलों के साथ छह चरणों में संपन्न होगी। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में तीन अलग-अलग आयु वर्ग में 30 लाख से ज्यादा महिला और पुरुष प्रतिभागी हिस्सा लेंगे तथा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष अयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। ग्रामीण क्षेत्रों में 25 लाख से अधिक तथा नगरों में एक लाख 30 हजार से ज्यादा लोगों की भागीदारी रही।

उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय और एकल दो श्रेणी में आयोजित होगी। दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद और कुश्ती शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में बांटा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18 से 40 वर्ष आयु सीमा तक और तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में महिला और पुरुष दोनों वर्ग में भाग ले सकेंगे।

इससे पहले मुख्यमंत्री के आवास पर हरेली त्योहार समारोह का आयोजन किया गया।

हरेली राज्य का एक लोकप्रिय त्योहार है जो हिंदू पंचाग के अनुसार श्रावण माह के अमावस्या को मनाया जाता है। इस दौरान लोग कृषि गतिविधियों की शुरुआत करने के लिए कृषि उपकरणों और गाय-बैल की पूजा करते हैं।

वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक आर. कृष्ण दास ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल 2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से क्षेत्रीय गौरव को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं तथा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक उसी दिशा में एक कदम है।

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले इसकी शुरुआत की जा रही है, जबकि पिछले वर्ष इसे अक्टूबर से शुरू किया गया था। इससे सरकार को मतदाताओं से जुड़ने में मदद मिल सकती है।

भाषा संजीव संजीव धीरज

धीरज

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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