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नयी दिल्ली, 14 मई (भाषा) प्रधान न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह के बाद उच्चतम न्यायालय पहुंचने पर महात्मा गांधी और बी आर आंबेडकर की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की।
न्यायमूर्ति गवई (64) को राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में एक संक्षिप्त समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के 52वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। वह पहले बौद्ध प्रधान न्यायाधीश हैं और के जी बालकृष्णन के बाद दूसरे दलित प्रधान न्यायाधीश हैं।
न्यायमूर्ति गवई ने उच्चतम न्यायालय पहुंचकर महात्मा गांधी और बी आर आंबेडकर की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की जगह ली है जो 65 वर्ष की आयु होने पर मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए।
न्यायमूर्ति गवई को 24 मई, 2019 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। उनका कार्यकाल छह महीने से अधिक समय का होगा और वह 23 नवंबर तक पद पर रहेंगे।
भाषा वैभव मनीषा
मनीषा
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