नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) प्रधान न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई ने शुक्रवार को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को लेकर दिये गए फैसले के लिए निवर्तमान न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभय एस ओका की सराहना की और कहा कि कलम के एक झटके से उन्होंने हजारों लोगों का विश्वास बहाल किया।
न्यायमूर्ति ओका द्वारा लिखे गए फैसले में कहा गया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम, 1972 के तहत ग्रेच्युटी पाने की हकदार हैं।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीसी) द्वारा न्यायमूर्ति ओका के लिए आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि न्यायमूर्ति ओका का नाम कानून के शासन को बनाए रखने, कानूनी कार्यवाही में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए लड़ने का पर्याय है।
उन्होंने कहा,‘‘आप में से कितने लोग आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के बारे में जानते हैं? आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता हैं।’’
प्रधान न्यायाधीश ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के जीवन को बेहतर बनाने में न्यायमूर्ति ओका के योगदान की सराहना की।
न्यायमूर्ति ओका के मानवीय दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि उन्होंने सदैव न्यायिक जवाबदेही और सुधारों पर जोर दिया है।
भाषा धीरज देवेंद्र
देवेंद्र
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.