नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने मतदाता सूची के आंकड़ों में हेराफेरी के आरोपों के बीच मतदाता पहचान पत्रों को आधार से जोड़ने के मुद्दे पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृह सचिव और विधायी सचिव के साथ बैठक बुलाई है।
विभिन्न राज्यों में मतदाताओं को आवंटित किए गए ‘डुप्लीकेट’ मतदाता फोटो पहचान पत्र क्रमांक के मामलों को उठाते हुए, विपक्षी दल तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि निर्वाचन अधिकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मदद करने के लिए मतदाता सूची में हेराफेरी कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी लोकसभा में इसी तरह की भावनाएं व्यक्त की थीं।
निर्वाचन आयोग ने अगले तीन महीनों में इस मामले को निपटाने का आश्वासन दिया है। आयोग ने कहा है कि ‘डुप्लीकेट’ नंबर का मतलब जरूरी नहीं कि फर्जी मतदाता ही हों।
सूत्रों ने बताया कि कुमार मंगलवार को गृह सचिव, विधायी सचिव और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के सीईओ के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
सरकार ने संसद को बताया कि आधार-मतदाता पहचान पत्र को जोड़ने का काम एक ‘‘प्रक्रिया संचालित’’ काम है।
सरकार ने यह भी कहा है कि जो लोग अपने आधार विवरण को मतदाता सूची से नहीं जोड़ेंगे, उनके नाम मतदाता सूची से नहीं काटे जाएंगे।
भाषा
देवेंद्र पवनेश
पवनेश
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