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Friday, 15 August, 2025
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छत्तीसगढ़ पुलिस ने साइबर अपराध से निपटने के लिए आईआईटी भिलाई और आईआईएम रायपुर के साथ समझौता किया

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रायपुर, चार दिसंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ पुलिस ने साइबर अपराध और मानव तस्करी से निपटने के लिए बुधवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भिलाई और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रायपुर के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया।

अधिकारियों ने बताया कि समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर के परिसर में राज्य स्तरीय साइबर भवन के उद्घाटन समारोह के दौरान किए गए।

उन्होंने बताया कि आईआईटी भिलाई के साथ हुए समझौता ज्ञापन के अनुसार संस्थान ‘डार्क वेब’ की निगरानी के लिए सॉफ्टवेयर विकसित करने तथा साइबर अपराध पैटर्न का विश्लेषण कर जोखिम की पहचान करने में मदद करेगा। साथ ही चेहरा पहचान प्रौद्योगिकी के माध्यम से आपराधिक गतिविधि की पहचान और विश्लेषण के लिए सॉफ्टवेयर विकसित करने में राज्य पुलिस के साथ सहयोग करेगा।

अधिकारियों ने बताया कि आईआईटी भिलाई और पुलिस मिलकर पुलिस निगरानी तंत्र को बेहतर और प्रभावी उपकरणों के साथ मजबूत करने, डिजिटल वित्तीय लेन-देन की निगरानी के लिए ढांचा विकसित करने तथा प्रशिक्षण और उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग करके संस्थागत क्षमताओं को मजबूत करने के लिए काम करेंगे।

उन्होंने बताया कि इसी तरह आईआईएम रायपुर के साथ हुए समझौते के अनुसार पुलिस और प्रबंधन संस्थान मिलकर मानव तस्करी पर अध्ययन करेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि यह अध्ययन छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी की प्रकृति, विभिन्न कारकों, पीड़ित की सामाजिक-आर्थिक स्थिति, बचाए गए पीड़ितों को फिर से पीड़ित बनने से रोकने सहित विभिन्न मुद्दों पर ठोस नीति बनाने में मददगार साबित होगा।

उन्होंने बताया कि निष्कर्षों के आधार पर मानव तस्करी की रोकथाम के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी और ऐसे अपराधों में शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने साइबर अपराध को वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौती बताया और इस खतरे से निपटने के लिए जागरूकता पैदा करने एवं तकनीकी दक्षता विकसित करने पर जोर दिया।

साय ने पुलिस विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ‘‘हमारे पुलिस अधिकारियों ने क्रिप्टो करेंसी और शेयर ट्रेडिंग के बहाने ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह को पकड़ा है। यह साबित करता है कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधियों का पता लगाने में पूरी तरह सक्षम है।’’

उन्होंने तकनीकी दक्षता को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का जिक्र किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईटी भिलाई और आईआईएम रायपुर के साथ हुए अनुबंध साइबर अपराध और मानव तस्करी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए एक मील का पत्थर साबित होंगे।

भाषा संजीव

धीरज

धीरज

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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