रायपुर, एक अक्टूबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और दुर्ग जिले में पीपीपी मॉडल (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) पर सर्वसुविधायुक्त वृद्धाश्रम का निर्माण करने की घोषणा की है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री साय ने आज राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित कृषि मंडपम में अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के राज्य स्तरीय आयोजन को संबोधित किया।
साय ने कहा कि वृद्धजन हमारे मार्गदर्शक और अमूल्य संस्कृति के वाहक हैं। उन्होंने कहा कि वृद्धजनों की देखभाल सरकार और समाज दोनों की साझी जिम्मेदारी है। केंद्र और राज्य सरकार वरिष्ठ नागरिकों के पेंशन, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और सम्मान पूर्ण जीवन के लिए समर्पित योजनाओं को लगातार मजबूत बना रही है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में वृद्धजनों को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इस असवर पर उन्होंने बुजुर्गों की विशेष देखभाल के लिए राज्य में सियान गुड़ी तथा प्रदेश के चार बड़े शहरों रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और दुर्ग में पीपीपी मॉडल पर सर्वसुविधायुक्त वृद्धाश्रम बनाने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने दिव्यांगजनों के सहायक उपकरणों की मरम्मत के लिए राजधानी रायपुर में सुविधा केंद्र बनाने की भी घोषणा की।
अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान साय ने नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत राज्य भर में जागरूकता के लिए 25 नशामुक्ति रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
साय ने कहा, ”वृद्धजन दिवस हमें अपने दायित्वों को याद दिलाने का अवसर है। मेरे गुरु ने मुझे सिखाया है कि माता-पिता की सेवा ही ईश्वर की पूजा है। मैंने अपने गुरु के संस्कार और आदर्शों का हमेशा पालन किया है।”
उन्होंने कहा, ”हम सभी को यह सच्चाई नहीं भूलनी चाहिए कि आज हमारे बुजुर्ग जिस अवस्था में है, कल हम सभी उसी अवस्था में होंगे।”
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे वृद्धजनों का सम्मान करें और उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग करें, जिससे उनका जीवन और अधिक सुरक्षित, सम्मानजनक और खुशहाल बन सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बुजुर्गों के लिए संचालित पेंशन योजनाओं में 14 लाख से बुजुर्ग लाभान्वित हो रहे हैं। आयुष्मान भारत और शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत अब तक आठ लाख से अधिक बुजुर्गों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा दी गई है। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना और श्री रामलला दर्शन योजना से 50 हजार से अधिक बुजुर्ग लाभान्वित हुए हैं।
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रवि कांत
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