रायपुर, 30 मई (भाषा) छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में नक्सलियों के खिलाफ मुठभेड़ों में वीरता का परिचय देने वाले 295 पुलिसकर्मियों को क्रम से पूर्व पदोन्नति प्रदान की है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में बहादुरी और वीरता के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात 295 पुलिसकर्मियों को क्रम से पूर्व पदोन्नति प्रदान की है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अरुण देव गौतम ने बृहस्पतिवार शाम को उनकी पदोन्नति का आदेश जारी किया।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पदोन्नति के आदेश की एक तस्वीर साझा करते हुए पोस्ट में कहा, ‘नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शौर्य, साहस और समर्पण के साथ कार्यरत छत्तीसगढ़ पुलिस बल के 295 जवानों के क्रम से पूर्व पदोन्नत होने पर उन्हें बहुत-बहुत बधाई। देश के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए नक्सलवाद के खिलाफ आप सभी ने अग्रिम पंक्ति में रहकर अपने अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय दिया है। जवानों की भुजाओं की ताकत से आने वाला समय निश्चित ही बस्तर में विकास के साथ, सुख, शांति और नयी उमंगों से भरा होगा।”
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ”ये जंगल तो इनका घर है, जवान जमीन के 10 फुट नीचे से भी नक्सलियों को बाहर निकाल लाएंगे’, सभी 295 बहादुर साथियों को हार्दिक शुभकामनाएं। बस्तर के लाल आतंक से मुक्ति हेतु भारत के संविधान को बस्तर के कोने-कोने में लागू करने में आपने महती भूमिका निभाई है, अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया है। अतः माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी की सरकार ने आपके सम्मान में “क्रम से पूर्व पदोन्नति” का निर्णय लिया है। हार्दिक बधाई सभी को।”
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पदोन्नत किए गए पुलिसकर्मियों में से एक दुर्ग संभाग के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में पदस्थ है तथा शेष अन्य सात जिलों वाले बस्तर संभाग में विशेष कार्य बल और खुफिया शाखा सहित पुलिस की विभिन्न इकाइयों में पदस्थ हैं।
आदेश के अनुसार, 206 आरक्षकों को प्रधान आरक्षक, 37 प्रधान आरक्षकों को सहायक उप निरीक्षक (एएसआई), 15 एएसआई को उप निरीक्षक (एसआई), 16 एसआई को निरीक्षक, तीन प्लाटून कमांडरों को कंपनी कमांडर, छह सहायक प्लाटून कमांडरों को प्लाटून कमांडर और 12 कर्मियों को सहायक प्लाटून कमांडर के रूप में पदोन्नत किया गया है।
बस्तर संभाग में दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, सुकमा और कांकेर समेत सात जिले शामिल हैं।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ”हमारे जवानों के पराक्रम, शौर्य और बहादुरी के दम पर बस्तर से लाल आतंक का खात्मा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 295 जवानों को क्रम से पूर्व पदोन्नति दी है।”
एक सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा कि हर जिले में बांग्लादेशी समेत घुसपैठियों का पता लगाने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का गठन किया गया है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें बांग्लादेशी नागरिक फर्जी पहचान के साथ छत्तीसगढ़ में अवैध रूप से रह रहे हैं।
उन्होंने कहा, ”मैं राज्य के लोगों से अपील करता हूं कि वे बिना उनकी जानकारी के सत्यापित किए किसी को भी अपना आवास किराये पर न दें। लोगों को अपने किरायेदारों की जानकारी स्थानीय पुलिस को भी देनी चाहिए।”
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संजीव, रवि कांत रवि कांत
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