सासण(गुजरात), तीन मार्च (भाषा)मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान के बाद, गुजरात का बन्नी घास मैदान और मध्य प्रदेश का गांधीसागर अभयारण्य चीतों का नया आवास होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (एनबीडब्ल्यूएल) की सातवीं बैठक में यह घोषणा की।
सितंबर 2022 और फरवरी 2023 में दो पालियों में अफ्रीकी चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाया गया था।
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि चीतों को अन्य क्षेत्रों में भी बसाया जाएगा, जिनमें मध्य प्रदेश में गांधीसागर अभयारण्य और गुजरात में बन्नी घास के मैदान शामिल हैं।’’
विज्ञप्ति में हालांकि, दोनों वन क्षेत्रों में लाए जाने वाले चीतों की संख्या और उनके यहां बसाने की समय-सीमा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
बन्नी घास का मैदान गुजरात के कच्छ जिले में 2,500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला संरक्षित वन है।
पश्चिमी मध्य प्रदेश में गांधीसागर अभयारण्य मंदसौर और नीमच जिलों में फैला हुआ है। इसे निमाड़ क्षेत्र के नाम से जाना जाता है, जिसकी सीमा राजस्थान से लगती है और यह कमोबेश सूखा है।
नामीबिया से आठ चीतों का पहला जत्था सितंबर 2022 में और 12 चीतों का दूसरा जत्था फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से लाया गया।
भारत लाए जाने के बाद से, सात वयस्क चीते – तीन मादा और चार नर – की मौत हो चुकी है, जिनमें से चार की मौत सेप्टीसीमिया के कारण हुईं। ये मौतें मार्च 2023 से जनवरी 2024 के बीच हुईं। भारत में 17 शावकों का जन्म हुआ जिनमें से 12 जीवित बचे हैं।
भाषा धीरज नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.