scorecardresearch
Monday, 18 November, 2024
होमदेशछत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़ में 3 जवानों की मौत, CM बघेल बोले- बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़ में 3 जवानों की मौत, CM बघेल बोले- बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

अधिकारी ने बताया कि मृतक सुरक्षाकर्मियों की पहचान एएसआई रामूराम नाग, सहायक कांस्टेबल कुंजम जोगा और सैनिक वंजम भीमा के रूप में हुई है.

Text Size:

नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के उग्रवाद प्रभावित सुकमा जिले में शनिवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में एक सहायक उप निरीक्षक सहित तीन जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) सुरक्षाकर्मी की मौत हो गए.

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पी सुंदरराज ने कहा कि यह घटना जगरगुंडा और कुंडेड के बीच शनिवार सुबह करीब नौ बजे हुई. अधिकारी ने आगे बताया कि मृतक डीआरजी सुरक्षाकर्मियों की पहचान एएसआई रामूराम नाग, सहायक कांस्टेबल कुंजम जोगा और सैनिक वंजम भीमा के रूप में हुई है.

छत्तीसगढ़ सीएमओ ऑफिस ने एक ट्वीट कर कहा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले में नक्सली हमले में तीन जवानों की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया. इस कायरतापूर्ण कृत्य की निंदा करते हुए सीएम ने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.

आईजी पी सुंदरराज ने आगे जानकारी देते हुए कहा, ‘आज सुबह, डीआरजी की एक टीम तलाशी अभियान पर निकली थी और जब वे जगरगुंडा और कुंडेड पहुंचे, तो नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी.’

अधिकारी ने आगे बताया कि जैसे ही नक्सलियों की ओर से फायरिंग की गई, सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी. पुलिस सूत्र के मुताबिक मुठभेड़ में नक्सलियों को भी बड़ा नुकसान हुआ है.

नक्सलियों की मौजूदगी के सटीक इनपुट के आधार पर, सुरक्षा बलों ने एक अभियान शुरू किया और हमला किया.

बता दें कि इससे पहले 5 फरवरी को नक्सलियों ने बीजापुर में बीजेपी के अवापल्ली मंडल के अध्यक्ष नीलकंठ काकेम की हत्या कर दी थी.

10 फरवरी को नारायणपुर जिले में भाजपा के उपाध्यक्ष सागर साहू की नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि 11 फरवरी को दंतेवाड़ा जिले में रामधर आलमी (43) के रूप में पहचाने जाने वाले पूर्व सरपंच की हत्या कर दी गई थी.

बस्तर क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों की हत्या मामले में छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक जुनेजा ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को एक पत्र लिखकर हत्याओं की जांच करने का अनुरोध किया है.

हाल की घटनाओं के बीच बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने हाल ही में एक बैठक की अध्यक्षता की थी, जिसमें राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने भाग लिया था और उन्हें संवेदनशील क्षेत्रों में राजनीतिक रैलियों, बैठकों और आंदोलनों के दौरान ध्यान में रखे जाने वाले प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी थी.

इससे पहले जनप्रतिनिधियों की हत्या को लेकर सरकार पर बरसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने इन घटनाओं को साजिश का हिस्सा करार दिया था.


यह भी पढ़ें: MP में अमित शाह की रैली से लौट रही तीन बसों को ट्रक ने मारी टक्कर, 14 की मौत, 60 घायल


share & View comments