नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में आरोपपत्र दाखिल किए जाने को शनिवार को षड्यंत्र करार दिया और कहा कि पार्टी इससे डरने वाली नहीं है।
उन्होंने पार्टी के महासचिवों, प्रभारियों और अग्रिम संगठनों के प्रमुखों की बैठक में यह उम्मीद भी जताई कि वक्फ संशोधन अधिनियम मामले में उच्चतम न्यायालय में सरकार के खिलाफ विपक्ष की जीत होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि ‘उपयोग के कारण वक्फ’ के साथ सरकार ने छेड़छाड़ की है ताकि वक्फ संपत्तियों को विवादों में घसीटा जा सके।
खरगे ने पार्टी नेताओं का आह्वान किया कि अहमदाबाद अधिवेशन में पारित प्रस्ताव के संदेश को जिला, मंडल, ब्लॉक और बूथ तक पहुंचाना है।
कांग्रेस ने यह बैठक सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ ईडी द्वारा आरोप पत्र दाखिल किए जाने की पृष्ठभूमि में आगे की रणनीति तय करने के लिए बुलाई थी।
इस बैठक में प्रियंका गांधी वाद्रा समेत पार्टी के कई महासचिव, प्रदेश प्रभारी और कई अन्य नेता मौजूद थे।
खरगे ने कांग्रेस नेताओं से कहा, ‘आपने गौर किया होगा कि कैसे बड़े षड्यंत्र के तहत नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी का नाम आरोप पत्र में डाल दिया गया है। पर किसी का भी नाम डाल दें हम डरनेवाले नहीं है। ‘
उन्होंने कहा कि इसके दो-तीन पहले ही ‘नेशनल हेराल्ड’ की दिल्ली, लखनऊ और मुंबई की संपत्तियों को कुर्क कर दिया गया।
खरगे ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि यह सब बदले की भावना से किया जा रहा है। ‘यंग इंडियन’ गैर लाभकारी कंपनी है। इसका मतलब यह है कि ‘एजेएल’ के शेयर और संपत्ति या लाभ को ना तो कोई ले सकता है और ना ही हस्तांतरित कर सकता है। ‘
उन्होंने पार्टी नेताओं का आह्वान किया कि भाजपा के लोग झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और ऐसे में जनता को सच बताना होगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह महज संयोग नही हो सकता कि ‘‘एक तरफ हमारा एआईसीसी का अहमदाबाद अधिवेशन हो रहा हो और उसके तत्काल बाद ईडी की इतनी बड़ी कार्रवाई हो रही हो।’’
खरगे ने कहा, ‘मैं यहां आपको याद दिला दूं कि मेरे नेतृत्व में जब रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन हुआ था तो मोदीजी ने वहां भी उसे विफल करने के लिए हमारे नेताओं के ऊपर ईडी, सीबीआई को लगा कर रेड कराई। उनकी मंशा थी कि अधिवेशन न होने पाए। फिर भी ये हुआ। ‘
उनका कहना था, ‘लोकसभा चुनाव के पहले हमारे खाते बंद किए फिर भी हमारा संख्या बल जनता ने लोक सभा में दो गुना कर दिया। हमारी लड़ाई कमजोर नहीं पड़ी।’
खरगे ने वक्फ मामले का उल्लेख करते हुए कहा, ‘सरकार के वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने पूरे विपक्ष को एकत्र किया और इसका विरोध किया। इंडिया गठबंधन के सभी दल के लोगों ने साथ दिया।’
उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि कांग्रेस और विपक्ष के दूसरे दलों ने जिन बिंदुओं को रखा था, उच्चतम न्यायालय ने उनको महत्व दिया है।
उनके अनुसार, न्यायालय ने ‘उपयोग के कारण वक्फ’ पर विशेषतौर पर संज्ञान लिया है, जिसे सरकार द्वारा जानबूझ कर वक्फ की संपत्तियों को विवाद में डालने के लिए ही लाया गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘इस मामले की सुनवाई (न्यायालय) अभी कर रहा है, हमें पूरा भरोसा है कि हम इस लड़ाई को भी जीतेंगे। ‘
उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा, ‘इस मामले में सरकार और भाजपा के नेताओं ने अफवाह को फैलाने और लोगों को भ्रमित करने में कोई कमी नही छोड़ी थी। हमें लोगों के बीच जाकर उनको अपने पक्ष से अवगत कराना होगा और भाजपा के षडयंत्र को बेनकाब करना होगा।’
खरगे ने बैठक में कहा कि देश के सामने कई और ज्वलंत मुद्दे हैं, जिनको लगातार उठाते रहना है।
उन्होंने कहा, ‘योजनाबद्ध तरीके से काम जारी रखना है। हम आपके सुझाव भी सुनेंगे और फिर आगे की रणनीति तय करेंगे। ‘
भाषा हक दिलीप माधव
माधव
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