गुवाहाटी, 22 फरवरी (भाषा) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूएसटीएम), मेघालय के कुलाधिपति महबूब-उल हक को शनिवार तड़के उनके गुवाहाटी स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने दावा किया कि वह कथित तौर पर एक ऐसे नेटवर्क में शामिल थे जो छात्रों को “धोखाधड़ी के माध्यम से उच्च अंक दिलाने का आश्वासन देता था।”
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि श्रीभूमि जिला पुलिस की एक टीम ने हक को गिरफ्तार किया है। अधिकारी ने बताया कि हक को तत्काल श्रीभूमि ले जाया गया।
हक की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए शर्मा ने कहा, “पिछले कुछ समय से मैं एक बड़े नेटवर्क को देख रहा हूं जो छात्रों से वादा करता है कि वे उनके लिए उच्च अंक सुनिश्चित करेंगे, और मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश और सीबीएसई द्वारा आयोजित परीक्षाओं से पहले, इन छात्रों के परीक्षा केंद्र को कुछ विशिष्ट स्कूलों में बदल दिया जाता है।”
मुख्यमंत्री ने दावा किया, “सीबीएसई पाठ्यक्रम के तहत ग्वालपाड़ा, नागांव और कामरूप जिलों के 200 से अधिक छात्रों को इस बार भी उनके घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर श्रीभूमि के पथकरंडी स्थित केंद्र पर ले जाया गया। जब छात्रों को आसान अंक लाने का कोई मौका नहीं मिला तो उन्होंने हंगामा किया और मामला सामने आया।”
पथरकंडी के एक स्कूल में बोर्ड परीक्षा दे रहे छात्रों ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि उनके स्कूल प्रशासन ने उन्हें प्रश्नपत्र का उत्तर देने में बाहरी मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन ऐसी कोई मदद नहीं दी गई।
शर्मा ने दावा किया कि इस तरह की धोखाधड़ी केवल सीबीएसई द्वारा आयोजित परीक्षाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा में भी हो रही है।
शर्मा ने हक का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, “यह व्यक्ति बहुत बड़ा धोखेबाज है, उसकी पूरी पृष्ठभूमि ही धोखेबाजी की है। वह कुछ बुद्धिजीवियों को अपने प्रभाव में लाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था।”
उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि असम में शिक्षा व्यवसाय में तब्दील न हो जाए। हम इसे रोकने के लिए कदम उठाएंगे।”
हक पिछले साल अपने ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर विवाद में फंस गए थे, जिसे उन्होंने 1990 के दशक में श्रीभूमि जिले में “धोखाधड़ी” से हासिल किया था।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने अगस्त में कहा था कि यूएसटीएम के कुलाधिपति के खिलाफ कथित तौर पर धोखाधड़ी से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए पुलिस मामला दर्ज किया जाएगा। प्रमाण-पत्र को बाद में रद्द कर दिया गया था।
शर्मा ने यूएसटीएम और हक को गुवाहाटी के खिलाफ “बाढ़ जिहाद” के लिए भी जिम्मेदार ठहराया था और दावा किया था कि विश्वविद्यालय परिसर, जो शहर से सटे एक पहाड़ी पर स्थित है, से बहने वाला पानी बड़े पैमाने पर बाढ़ का कारण बनता है।
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प्रशांत देवेंद्र
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