मुंबई, 23 सितंबर (भाषा) शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को मांग की कि केंद्र सरकार मराठवाड़ा के लिए 10,000 करोड़ रुपये के सहायता पैकेज की घोषणा करे, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से बारिश ने यहां कहर बरपाया है, जिससे घर और फसलों को नुकसान पहुंचा है।
ठाकरे ने एक बयान में कहा कि एक बार जब सरकार प्रभावित व्यक्तियों के बैंक खातों में मुआवजा वितरित कर देती है, तो बैंकों को उस राशि से ऋण की किस्तें नहीं काटनी चाहिए।
अधिकारियों के अनुसार, मराठवाड़ा में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण आठ लोगों की मौत हो गई है तथा सैकड़ों मकान और 33,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में लगी फसलें नष्ट हो गई हैं।
राज्य मंत्रिमंडल ने मुंबई में एक बैठक में स्थिति की समीक्षा की, जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया कि सरकार किसानों और अन्य प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए काम कर रही है।
ठाकरे ने कहा, “केंद्र को बाढ़ प्रभावित मराठवाड़ा के लिए तुरंत 10,000 करोड़ रुपये के सहायता पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि पंचनामा (नुकसान का मौके पर आकलन) और अनुग्रह राशि से संबंधित नियमों का अध्ययन करने जैसी प्रक्रियाओं में समय बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित व्यक्तियों के बैंक खातों में मुआवजा राशि जमा होने के बाद बैंकों को उस राशि से ऋण की किस्तें नहीं काटनी चाहिए तथा इस संबंध में निर्देश जारी किए जाने चाहिए।
इस बीच, फडणवीस ने ठाकरे से मराठवाड़ा में बाढ़ की स्थिति को लेकर राजनीति नहीं करने को कहा।
जब फडणवीस से ठाकरे के मराठवाड़ा के साथ सरकार के ‘‘सौतेली मां जैसे व्यवहार’’ वाले बयान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘‘लोग इस तरह के संकट के समय राजनीति की उम्मीद नहीं करते। हम वह सब कुछ कर रहे हैं, जो लोगों और किसानों की मदद के लिए आवश्यक है।’’
भाषा प्रीति दिलीप
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