नयी दिल्ली, 13 मई (भाषा) केंद्र सरकार ने 23 सितंबर को आधिकारिक तौर पर आयुर्वेद दिवस घोषित किया है।
राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से 23 मार्च, 2025 को अधिसूचित यह परिवर्तन धनतेरस पर आयुर्वेद दिवस मनाने की पूर्व प्रथा से एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। धनतेरस चंद्रगणना के आधार पर मनाया जाता है।
आयुष मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि आयुर्वेद दिवस को प्रतिवर्ष आयुर्वेद को ‘वैज्ञानिक, साक्ष्य-आधारित और समग्र चिकित्सा प्रणाली’ के रूप में बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है, जो निवारक स्वास्थ्य देखभाल और कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
धनतेरस हिंदू माह कार्तिक (आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर) में मनाया जाने वाला त्योहार है।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि आगामी दशक में धनतेरस की तिथि 15 अक्टूबर से 12 नवंबर के बीच बदलती रहेगी, जिससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे मनाने में चुनौतियां उत्पन्न होंगी।
आयुष मंत्रालय ने इस विसंगति को दूर करने के लिए उपयुक्त विकल्पों पर विचार करने हेतु एक समिति गठित की।
समिति ने चार संभावित तिथियों का प्रस्ताव दिया है, जिसमें 23 सितम्बर को प्राथमिकता दी गई है।
भाषा
शुभम माधव
माधव
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