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शुक्रवार, 25 अप्रैल, 2025
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केंद्र का कश्मीर में आतंकवाद समाप्ति का दावा; लेकिन पहलगाम हमले से खामियां उजागर हुईं : पवार

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पुणे, 25 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार लगातार दावा कर रही है कि कश्मीर में आतंकवाद समाप्त हो गया है, लेकिन पहलगाम में हुआ आतंकवादी हमला सुरक्षा में चूक को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सुधारात्मक कदम तत्काल उठाए जाने की जरूरत है।

पवार ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पहलगाम जैसे ‘‘सुरक्षित स्थान’’ पर हमले को देखते हुए यह दावा करने में सतर्कता बरते जाने की जरूरत है कि कश्मीर में आतंकवाद समाप्त हो गया है।

पवार ने यह भी कहा कि क्योंकि यह आतंकवादी हमला देश के खिलाफ है, इसलिए किसी को भी इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।

पहलगाम के निकट बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।

पवार ने कहा, ‘‘आतंकवादियों की कार्रवाई भारत के खिलाफ है और जब कोई गतिविधि देश के खिलाफ होती है, तो उसका राजनीतिकरण करने की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले को लेकर चर्चा के लिए बृहस्पतिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।

पवार ने कहा, ‘‘हमारी तरफ से सांसद सुप्रिया सुले बैठक में शामिल हुईं। मुझे खुशी है कि सभी दलों ने सरकार के साथ सहयोग करने का रुख अपनाया है। जो भी फैसला लिया जाएगा, हम सरकार के साथ हैं और सरकार को इस पर और गंभीरता से विचार करना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार लगातार दावा करती रहती है कि उन्होंने कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त कर दिया है और अब चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। मुझे खुशी है कि यदि ऐसा (कश्मीर घाटी में आतंकवाद का खात्मा) हो रहा है, लेकिन हाल के आतंकवादी हमले से पता चलता है कि कुछ खामियां हैं और इन खामियों को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाये जाने की जरूरत है।’’

जब उनसे पूछा गया कि क्या खुफिया विफलता के कारण आतंकवादी हमला हुआ, तो पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि यह ‘‘स्पष्ट’’ है।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि पहलगाम जैसे सुरक्षित स्थान को निशाना बनाया गया है, तो हमें यह दावा करने में अधिक सतर्क रहना चाहिए कि हमने घाटी में आतंकवाद के खिलाफ सफलता हासिल कर ली है… अधिक सतर्कता बरते जाने की जरूरत है।’’

पवार ने कहा कि उन्होंने पुणे में संतोष जगदाले और कौस्तुभ गणबोटे के परिवारों से मुलाकात की, जो पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए।

यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार यह दिखाने का प्रयास कर रही है कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से कश्मीर में सभी मुद्दे समाप्त हो गए हैं, उन्होंने कहा कि कश्मीरी लोगों की राय अलग है।

आतंकवादी हमले के मद्देनजर ‘‘खुफिया विफलता’’ को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग से संबंधित एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अपराधियों को पकड़ना और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना प्राथमिकता है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘कम से कम आज तो मैं ऐसी कोई मांग नहीं करूंगा कि अमुक व्यक्ति इस्तीफा दे।’’

पवार ने आशंका जताई कि आतंकवादी हमले के बाद कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र प्रभावित होगा और उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया।

उन्होंने कहा कि सिंधु जल संधि को स्थगित करने जैसे निर्णय पाकिस्तान के लिए एक संदेश हैं।

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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