मुंबई, 13 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा ) ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार भाजपा के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है ताकि महंगाई और बेरोजगारी से लोगों का ध्यान हटाया जा सके। राकांपा ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जेल में बंद पार्टी के नेता व महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक की संपत्ति कुर्क किये जाने के एक दिन बाद यह आरोप लगाया।
राज्य में सत्तारूढ़ शिवसेना नीत गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में शामिल राकांपा ने कहा कि एमवीए नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार और धनशोधन से संबंधित आरोप अदालत में टिक नहीं पाएंगे।
राकांपा की राज्य इकाई के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा, “महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर केंद्र के खिलाफ व्याप्त असंतोष से लोगों का ध्यान हटाने के लिए भाजपा के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के विरुद्ध जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ईडी ने पहले शिवसेना नेता संजय राउत की संपत्तियां कुर्क की थीं, अब उसने मलिक की संपत्तियां कुर्क की हैं।”
उन्होंने पूछा कि भाजपा नेता ईंधन की कीमतों में वृद्धि और बेरोजगारी पर चुप क्यों हैं। उन्होंने कहा कि राकांपा केंद्र सरकार की ”विफलता” को उजागर करना जारी रखेगी।
तापसे ने कहा, “हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। (एमवीए नेताओं के खिलाफ) आरोप अदालत में टिक नहीं पाएंगे। हमें यकीन है कि एमवीए नेता निर्दोष साबित होंगे।”
भाषो जोहेब नरेश
नरेश
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