नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने रविवार को अग्निपथ योजना और अग्निवीर के बारे में फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में 35 व्हाट्सएप ग्रुप पर रोक लगा दी है.
गृह मंत्रालय ने यह कार्रवाई उन खबरों के बीच किया है जिनमें कहा जा रहा था कि व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बिहार जैसे राज्यों में विरोध प्रदर्शन के लिए किया जा रहा है. यह प्रदर्शन 17 जून को और ज्यादा उग्र हो गया था, जब एक भीड़ ने उप मुख्यमंत्री रेणु देवी का घर पर हमला किया गया. साथ ही बिहार के कई जिलों में रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया जिससे सामान्य जीवन बाधित हो गया.
17 जून को, बिहार सरकार ने भी रविवार तक अपने 12 जिलों में इंटरनेट सेवाओं को सस्पेंड करते हुए कहा था कि जनता को भड़काने और जान-माल को नुकसान पहुंचाने के इरादे से अफवाह फैलाने के लिए आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा रहा है
सरकारी अधिकारियों ने कहा कि ‘अग्निपथ’ योजना के बारे में कथित रूप से फर्जी खबरें फैलाने के लिए सरकार द्वारा 35 व्हाट्सऐप समूहों पर रोक लगा दी है.
हालांकि, इन समूहों के बारे में या उनके ‘एडमिनिस्ट्रेटर’ के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू की गई है या नहीं, इसकी तत्काल जानकारी नहीं मिल सकी है.
व्यापक प्रदर्शन के बावजूद अग्निपथ भर्ती योजना वापस लेने से इनकार करते हुए सेना, नौसेना और वायुसेना ने नई नीति के तहत भर्ती के लिए रविवार को विस्तृत कार्यक्रम प्रस्तुत किया और इस बात पर जोर दिया कि सशस्त्र बलों में उम्र संबंधी प्रोफाइल को घटाने के लिए इसे लागू किया जा रहा है.
भाषा के इनपुट से