(फाइल फोटो के साथ)
कोलकाता, एक जुलाई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सेंट्रल विस्टा परियोजना पर 20,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है, लेकिन उसने पश्चिम बंगाल को 7,500 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान नहीं किया है, जिसकी मदद से गरीबों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत काम दिया जा सकता था।
अलीपुरद्वार के फालाकाटा में एक रैली को संबोधित करते हुए अभिषेक ने कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ केंद्र के कथित भेदभाव के खिलाफ विरोध जारी रखेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘आप सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) जैसी केंद्रीय एजेंसियों को हमारे पीछे लगाना जारी रख सकते हैं, लेकिन हम बाहरी लोगों के सामने सिर नहीं झुकाएंगे, जिन्हें बंगाल के लोगों के जीवन की जरा-भी परवाह नहीं है।’’
अभिषेक ने कहा, ‘‘पिछले तीन वर्षों से सीबीआई और ईडी के अधिकारी मुझे नियमित रूप से नोटिस भेज रहे हैं। लेकिन वे बंगाल के गरीबों के लिए खड़े होने के मेरे संकल्प को नहीं तोड़ सके।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की गारंटी देने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने ऐसे अपराधों में लिप्त भाजपा नेताओं के खिलाफ कभी कोई कदम नहीं उठाया।
अभिषेक ने कहा, ‘‘मैं अलीपुरद्वार के लोगों से पूछता हूं कि आपके क्षेत्र में गारंटी देने वाला कौन है, ‘दीदी’ (ममता बनर्जी) या मोदी? वह जो विकास के लिए काम करती है या वह जो चुनाव से पहले झूठे वादे करता है?’’
इस बीच, भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने अभिषेक पर पलटवार करते हुए दावा किया कि पश्चिम बंगाल के लोगों ने तृणमूल कांग्रेस से नफरत करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने उत्तरी 24 परगना जिले के बागदा में एक रैली में कहा, ‘‘यह 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले होने वाले पंचायत चुनावों में साबित हो जाएगा। सावधान रहें, ताकि आपके वोट लूटे न जाएं।’’
भाषा सुरभि पारुल
पारुल
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