नयी दिल्ली, छह अक्टूबर (भाषा) बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से राष्ट्रीय स्तर पर जातिगत गणना कराने का आग्रह किया और कहा कि इस कदम से विशेष रूप से अति पिछड़ा वर्ग की वास्तविक स्थिति का पता लगाने और उनके लिए योजना बनाने में मदद मिलेगी।
पार्टी महासचिव और प्रवक्ता राजीव रंजन ने एक बयान में यह दावा भी किया कि बिहार के जातिगत गणना के आंकड़ों और ओडिशा के अनुमानित आकड़ों से स्पष्ट है कि देश में अति पिछड़ा वर्ग की संख्या कुल आबादी का 50 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा, ‘‘बिहार के बाद अब ओडिशा में हुई जातिगत गणना में भी अति पिछड़ा वर्ग की सर्वाधिक संख्या होने की बात सामने आ रही है। बिहार में जहां अति पिछड़ा वर्ग की आबादी 36 प्रतिशत है, वहीं ओड़िसा में इसकी संख्या 46 प्रतिशत बताई जा रही है। इससे पता चलता है कि यदि देशव्यापी स्तर पर जातिगत गणना कराई जाए तो अति पिछड़ा समाज की संख्या देश की आधी आबादी से भी अधिक हो सकती है।’’
रंजन ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार से हमारी मांग है कि अति पिछड़ा समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए जल्द से जल्द पूरे देश में जातिगत गणना कराई जाए।’’
जद(यू) नेता ने कहा, ‘‘जातिगत गणना से देश भर में अति पिछड़ा समुदाय की वास्तविक स्थिति का पता चलने पर ही कोई भी सरकार उन्हें लक्षित कर योजनाएं बना सकती है।’’
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