नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (एनबीडब्ल्यूएल) ने आंध्र प्रदेश में नागार्जुनसागर श्रीशैलम बाघ अभयारण्य (एनएसटीआर) और श्री वेंकटेश्वर राष्ट्रीय उद्यान को जोड़ने वाले बाघ गलियारे की 40 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि का उपयोग सड़क परियोजना के लिए करने की सिफारिश की है।
पिछले महीने हुई बैठक के ब्यौरे के मुताबिक, भारतमाला परियोजना के दूसरे चरण के तहत एक्सप्रेसवे, आर्थिक गलियारों और अंतर-गलियारों के विकास के लिए इस भूमि का उपयोग किया जाना है।
आंध्र प्रदेश में 3,296.31 वर्ग किलोमीटर में फैला एनएसटीआर देश का सबसे बड़ा बाघ अभयारण्य है।
बैठक के ब्यौरे के मुताबिक, परियोजना के तहत बाघ गलियारे से गुजरने वाली सड़क की लंबाई करीब पांच किलोमीटर है। परियोजना प्रस्ताव में तीन सुरंगों, चार छोटे पुल, सात पुलों और दो पुलिया का सुझाव दिया गया है।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के सदस्य सचिव ने एनबीडब्ल्यूएल की स्थायी समिति को सूचित किया है कि प्रस्ताव के तहत सुझाए गए उपाय पर्याप्त प्रतीत होते हैं और इसलिए, इसकी सिफारिश की जा सकती है।
भाषा शफीक पवनेश
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