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सोमवार, 28 अप्रैल, 2025
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संगीत, फिल्म जगत समेत विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों ने उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर शोक जताया

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नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गिटार वादक जॉन मैकलॉघलिन, बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया, सरोद वादक अमजद अली खान, संगीतकार ए आर रहमान और विभिन्न क्षेत्रों की तमाम हस्तियों ने प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर शोक प्रकट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया, जिन्होंने भारतीय संगीत को वैश्विक मंच पर लोकप्रिय बनाया।

हुसैन का अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में एक अस्पताल में निधन हो गया। हुसैन की मृत्यु फेफड़े संबंधी समस्या ‘इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस’ से उत्पन्न जटिलताओं के कारण हुई। वह 73 वर्ष के थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने जाकिर हुसैन के निधन पर शोक जताया और कहा कि उन्हें एक ऐसे सच्चे उस्ताद के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की दुनिया में क्रांति ला दी।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्हें एक ऐसे सच्चे उस्ताद के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की दुनिया में क्रांति ला दी।’’

मोदी ने कहा कि वह तबला को वैश्विक मंच पर ले गए और अपनी अद्वितीय लय के साथ लाखों लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘इसके माध्यम से, उन्होंने वैश्विक संगीत के साथ भारतीय शास्त्रीय परंपराओं को मूल रूप से मिश्रित किया, जो एक प्रकार से सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बन गया।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उनकी प्रतिष्ठित प्रस्तुतियां और भावपूर्ण रचनाएं संगीतकारों और संगीत प्रेमियों की पीढ़ियों को समान रूप से प्रेरित करने में योगदान देंगी। उनके परिवार, दोस्तों और वैश्विक संगीत समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’’

ग्रैमी पुरस्कार विजेता समूह ‘शक्ति’ में हुसैन के साथी मैकलॉघलिन ने इंस्टाग्राम पर तबला वादक के साथ प्रस्तुति देते हुए अपनी एक तस्वीर साझा की। उन्होंने लिखा,‘‘बादशाह, जिनके हाथों की लय जादू की तरह थी, हमें छोड़कर चले गए… मेरे प्यारे जाकिर की आत्मा को शांति मिले। हम फिर मिलेंगे।’’

चौरसिया ने हुसैन के साथ कई संगीत परियोजनाओं में काम किया जिनमें 1999 का लाइव एल्बम ‘‘रिमेंबरिंग शक्ति’’ भी शामिल है। वह अब भी संगीतकार की मौत पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं।

प्रख्यात बांसुरी बादक ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं अभी कुछ नहीं कहना चाहता, यह संभव है कि यह झूठी (खबर) हो। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि यह झूठ हो। लेकिन अगर यह सच है तो इतनी कम उम्र में ऐसा कैसे हो सकता है, उन्होंने ऐसा क्या किया होगा कि उन्हें यह सब सहना पड़ा? मैंने उन्हें कभी कुछ गलत खाते या पीते नहीं देखा। वह सिर्फ अपने तबले, लय और सुर के लिए जीते थे।’’

प्रसिद्ध सरोद वादक अमजद अली खान ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि उनके पास कोई शब्द नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं जाकिर भाई के बारे में सुनकर पूरी तरह से टूट गया हूं। उस्ताद जाकिर हुसैन एक अद्भुत व्यक्ति थे। वह वास्तव में दुनिया के सबसे लोकप्रिय संगीतकारों में से एक थे।’’

संगीत के उस्ताद एआर रहमान ने कहा कि हुसैन ‘‘एक प्रेरणादायक और एक महान व्यक्तित्व थे’’, जिन्होंने तबला को वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई।

रहमान ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘उनका निधन हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है। मुझे अफसोस है कि बाद के दिनों में उनके साथ मिलकर उतना काम नहीं कर पाए जितना दशकों पहले किया था, हालांकि हमने साथ में एक एल्बम की योजना बनाई थी। आप बहुत याद आओगे। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके अनगिनत शागिर्द को इस अपार क्षति को सहन करने की शक्ति मिले।’’

सारंगी वादक कमाल साबरी ने हुसैन के निधन को संगीत दुनिया के लिए ‘‘बड़ी क्षति’’ बताया।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘वह एक अद्भुत संगीतकार थे, जिन्होंने लंबे समय तक वैश्विक मंच पर भारतीय संगीत का प्रतिनिधित्व किया।’’

मशहूर फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ​​ने कहा कि फरवरी में 66वें वार्षिक ग्रैमी पुरस्कार के वास्ते हुसैन के लिए परिधान तैयार करने का उन्हें ‘‘सौभाग्य और सम्मान’’ मिला। ग्रैमी पुरस्कार में तबला वादक तीन सम्मान पाने वाले भारत के पहले संगीतकार बने।

मल्होत्रा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर कहा, ‘‘मैं उन यादों को जीवन भर संजो कर रखूंगा… प्रेम और सम्मान।’’

अपनी पीढ़ी का सबसे महान तबला वादक माने जाने के अलावा हुसैन ने मर्चेंट आइवरी प्रोडक्शन की फिल्म ‘हीट एंड डस्ट’, ‘द परफेक्ट मर्डर’ और ‘साज’ जैसी फिल्मों में अभिनय भी किया। ‘साज’ में उन्होंने प्रसिद्ध अभिनेत्री शबाना आजमी के साथ काम किया।

वरिष्ठ पटकथा लेखक एवं गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि हुसैन के निधन के साथ विश्व संगीत ने एक ताल हमेशा के लिए खो गया।

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘एक महान संगीतकार, एक महान शख्सियत, एक बेहतरीन दोस्त जाकिर साहब हमें छोड़कर चले गए…’’

शास्त्रीय गायक वसीफुद्दीन डागर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘वह प्रेरणा का स्रोत थे। यह एक अपूरणीय क्षति है… वह दुनिया भर में सबसे प्रसिद्ध भारतीय संगीतकार थे।’’

बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा कि उन्हें हुसैन के निधन के बारे में जानकर ‘‘दुख’’ हुआ है।

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘वह सचमुच हमारे देश की संगीत विरासत के लिए एक खजाना थे। ओम शांति।’’

अभिनेत्री करीना कपूर खान ने ‘इंस्टाग्राम’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘उस्ताद हमेशा के लिए।’’

प्रसिद्ध अभिनेता कमल हसन ने सोशल मीडिया पर हुसैन के साथ तबला बजाते हुए अपनी एक तस्वीर साझा की।

दिग्गज तमिल अभिनेता ने कहा, ‘‘जाकिर भाई ! वह बहुत जल्दी हमें छोड़कर चले गए। फिर भी हम, उनके द्वारा दिए गए समय और उनकी कला के रूप में जो कुछ भी उन्होंने पीछे छोड़ा है, उसके लिए आभारी हैं। अलविदा और धन्यवाद।’’

संगीतकार विशाल ददलानी ने ‘इंस्टाग्राम’ पर कहा कि कोई दूसरा उस्ताद जाकिर हुसैन कभी नहीं होगा।

प्रसिद्ध पार्श्व गायिका श्रेया घोषाल ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर कहा, ‘‘उनकी मुस्कान, आकर्षक व्यक्तित्व और उनकी सहज प्रतिभा ही वह सब है, जो मुझे उनसे मेरी पहली मुलाकात से याद है, जब वह एक गायन प्रतियोगिता में मुझे जज करने आए थे… उन्होंने हमेशा मेरे जैसे युवा कलाकारों को प्रोत्साहित किया।’’

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद एवं अभिनेत्री कंगना रनौत ने हुसैन का एक पुराना वीडियो ‘इंस्टाग्राम स्टोरीज’ पर साझा करते हुए लिखा, ‘‘आपने भारत को समृद्ध बनाया। आपके योगदान के लिए धन्यवाद।’’

अमेरिका में रहने वाली गायिका अनुराधा पलाकुर्थी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में बहुत सारे घराने हैं, लेकिन मेरा मानना ​​है कि जाकिर हुसैन साहब एक ऐसे व्यक्ति थे, जो इन सबसे परे थे। वह किसी एक घराने के नहीं, बल्कि हर घराने के थे।’’

फिल्मकार हंसल मेहता ने ‘एक्स‘ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘कुछ घंटे पहले उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हो गया। अलविदा उस्ताद जी। वह व्यक्ति, जिन्होंने तबला को आकर्षण का केंद्र बनाया, जिन्होंने एक संगत वाद्य यंत्र को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाने में अहम योगदान दिया। उनके परिवार, प्रशंसकों और दुनिया भर में उनके चाहने वालों के प्रति गहरी संवेदनाएं।’’

बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल ने कहा, ‘‘पद्म विभूषण जाकिर हुसैन के निधन से भारत और संगीत जगत को बहुत बड़ी क्षति हुई है, वह अब तक के सबसे महान संगीतकारों में से एक थे। संगीत में उनका योगदान सीमाओं से परे था। उनकी विरासत हमेशा उनके तबले की थाप के जरिए गूंजती रहेगी। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’

महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि हुसैन का संगीत सीमाओं में बंधा नहीं था और उनके निधन से दुनिया भर के संगीत प्रेमी दुखी हैं।

तेंदुलकर ने कहा कि वह तो इस दुनिया को छोड़कर चले गए हैं, लेकिन उनके तबले की थाप हमेशा लोगों के दिलों में गूंजती रहेंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर उनके हाथ लय देते थे, तो उनका मुस्कुराता हुआ चेहरा और विनम्र व्यक्तित्व मधुर संगीत को बयां करते थे… उस्ताद जाकिर हुसैन जी की आत्मा को शांति मिले। हमें आपका (संगीत का) जादू देखने का सौभाग्य मिला।’’

भाषा

धीरज संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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