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गुरूवार, 26 जून, 2025
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शुभांशु और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने पर जश्न का माहौल

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लखनऊ, 26 जून (भाषा) लखनऊ में जन्मे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के साथ स्पेस-एक्स अंतरिक्ष यान के बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पहुंचने पर यहां लोगों ने जश्न मनाया।

अंतरिक्षयान के पृथ्वी के चारों ओर 28 घंटे की यात्रा के बाद कक्षीय प्रयोगशाला में पहुंचते ही ‘भारत माता की जय’, ‘इंडिया-इंडिया’ और ‘हिप हिप हुर्रे’ के नारे गूंज उठे।

शुभांशु का परिवार भी खुशी से तिरंगा थामे हुए देखा गया, जब ड्रैगन अंतरिक्षयान ने आईएसएस से ‘डॉकिंग’ की प्रक्रिया पूरी की।

शुभांशु की बहन सुचि मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘वह आईएसएस पर पहुंच गया है; हम बहुत खुश हैं।’

उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षण था जब अंतरिक्ष यात्री का परिवार, पूरे भारत की तरह अभिभूत महसूस कर रहा था।

बुधवार की तरह, शुभांशु के माता-पिता – शंभू और आशा शुक्ला लखनऊ सिटी मोंटेसरी स्कूल के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में इस महत्वपूर्ण अवसर को देखने के लिए मौजूद थे। शुभांशु ने इसी स्कूल से बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई की है।

शुभांशु के पिता शंभू शुक्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘वह हमारा बेटा है, लेकिन अब वह इससे कहीं बढ़कर है। क्योंकि वह अपने साथ अंतरिक्ष में न केवल हमारा आशीर्वाद बल्कि एक अरब भारतीयों के सपने और प्रार्थनाएं लेकर जा रहा है। देश के लोग न केवल मेरे बेटे के लिए बल्कि इसलिए भी खुश हैं क्योंकि यह क्षण अंतरिक्ष में भारत की जीत का प्रतीक है।’

उन्होंने रुंधे हुए स्वर में कहा, ‘बेशक, हमें उस सर्वशक्तिमान में गहरी आस्था है, जिसका आशीर्वाद बड़े मिशन को पूरा करने में मदद करता है। शुभांशु भगवान हनुमान और सभी अन्य देवताओं में गहरी आस्था रखता है, और अब हम मिशन के सफल समापन के बाद उसकी सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।’

सिटी मोंटेसरी स्कूल की प्रबंधक डॉ. गीता गांधी किंगडन ने कहा कि इस पल में जश्न मनाने से कहीं अधिक कुछ है।

उन्होंने कहा, ‘बेशक हम सभी भारतीयों की तरह खुश हैं, खासकर इसलिए क्योंकि वह एक पूर्व छात्र है जिसने हम सभी को इतना गौरवान्वित किया है। लेकिन, इस समय जब वह आईएसएस में प्रवेश कर रहा है, शुभांशु अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती ताकत का भी प्रतीक है।’

इससे पहले, अंतरिक्ष यान ‘ड्रैगन’ के अंतरिक्ष प्रयोगशाला से जुड़ने के साथ ही बृहस्पतिवार को भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पहुंच गए।

अंतरिक्ष यान उस समय अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ा जब यह भारतीय समयानुसार अपराह्न 4:01 बजे उत्तरी अटलांटिक महासागर के ऊपर से गुजर रहा था।

यह पहली बार है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री आईएसएस की यात्रा पर गया है।

लखनऊ में जन्मे 39 वर्षीय शुक्ला अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं। इससे 41 साल पहले भारत के राकेश शर्मा 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन के तहत कक्षा में आठ दिन रहे थे।

भाषा

मनीष, जफर, रवि कांत रवि कांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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