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Monday, 23 December, 2024
होमदेशवॉर्ड्स में सीसीटीवी, हर मरीज़ के लिए एक अटेंडेंट- कोविड अस्पतालों के लिए दिल्ली सरकार की नई गाइडलाइन्स

वॉर्ड्स में सीसीटीवी, हर मरीज़ के लिए एक अटेंडेंट- कोविड अस्पतालों के लिए दिल्ली सरकार की नई गाइडलाइन्स

नई गाइडलाइन्स में, जिन्हें शुक्रवार को दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव ने जारी किया, परिवारों की इस शिकायत पर ध्यान दिया गया, कि वो मरीज़ से नहीं मिल पाते, और न ही अस्पतालों से आसानी से जानकारी मिल पाती है.

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नई दिल्ली: कोविड-19 टैली में मुम्बई से आगे निकलकर, दिल्ली के इस हफ्ते देश का सबसे अधिक प्रभावित शहर बनने के बाद, राष्ट्रीय राजधानी के स्वास्थ्य विभाग ने, अपने संशोधित कोविड-रेस्पॉन्स प्लान के तहत, कई नई प्रमुख गाइडलाइन्स जारी की हैं.

दिल्ली की स्वास्थ्य सचिव पदमिनी सिंघला की ओर से, शुक्रवार शाम जारी आदेश के अनुसार, तमाम कोविड समर्पित अस्पतालों को सभी वॉर्ड्स में, सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया गया है.

कोविड के इलाज को समर्पित सरकारी अस्पताल हैं- एलएनजेपी अस्पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, दीपचंद बंधु अस्पताल, और सत्यवादी राजा हरीशचंद्र अस्पताल. साकेत का मैक्स स्मार्ट अस्पताल एक निजी कोविड अस्पताल है.

दिप्रिंट के हाथ लगे आदेश में कहा गया है, कि सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ललूडी) को पहले ही, तत्काल आधार पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं, ताकि अस्पताल प्रबंधन पारदर्शिता सुनिश्चित कर सकें, और मरीज़ों की ठीक से देखभाल कर सकें.

अस्पताल प्रमुखों को ये सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, कि स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार, मुआयना या निगरानी करने वाली टीमों को सीसीटीवी कैमरों की फुटेज उपलब्ध कराई जाए. इसके अलावा कोविड अस्पताल मरीज़ के एक तीमारदार को, अस्पताल परिसर में रहने की इजाज़त दे सकते हैं, जो अस्पताल अधिकारियों की निशानदेही की हुई जगह में ही रहेगा.

आदेश को दिल्ली के प्रमुख सचिव, उप-राज्यपाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव, सभी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट्स, और नगर निगम आयुक्तों को भी चिन्हित किया गया है.


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मरीज़ से जुड़ी जानकारी के लिए अस्पतालों में हेल्प डेस्क

स्वास्थ्य सचिव ने अपने आदेश में ये भी कहा, कि अस्पतालों को एक हेल्प डेस्क बनाने का भी निर्देश दिया गया है, जहां पहुंचकर या फोन कॉल के ज़रिए, मरीज़ की ख़ैरियत पता की जा सके

आदेश में ये भी कहा गया कि इन निर्देशों को न मानने पर, कड़ा रुख़ इख़्तियार किया जाएगा, और उपयुक्त नियमों और प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी.

ये क़दम उन ख़बरों के बीच उठाए गए, कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद, कोविड मरीज़ों के परिवार के सदस्य उनसे मिल नहीं पा रहे थे, और मरीज़ों की हालत के बारे में भी, उन्हें ग़लत जानकारियां दी जा रहीं थीं.

एलएनजेपी अस्पताल ने, जो मार्च में कोविड सुविधा घोषित होने वाला दिल्ली का पहला अस्पताल था, बृहस्पतिवार को एक वीडियो कॉल सुविधा शुरू की, जिससे कि मरीज़ अपने परिजनों से बात कर सकें.


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शुक्रवार को 3,460 मामलों के साथ, दिल्ली में कुल संख्या 77,240 पहुंच गई. शुक्रवार को कुल 63 मरीज़ों की मौत हुई, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में मरने वालों की तादाद 2,492 हो गई. बृहस्पतिवार के 17,305 टेस्ट के मुक़ाबले शुक्रवार को कुल 21,144 टेस्ट किए गए.

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