नयी दिल्ली, 13 मई (भाषा)केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मंगलवार को कहा कि वह किसी भी अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के परिणामों में न तो कोई मेधावी सूची घोषित करेगा और न ही छात्रों की उत्तीर्ण श्रेणी इंगित करेगा।
बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा के परिणाम मंगलवार को घोषित किए गए।
दसवीं कक्षा की परीक्षा में 93 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि 12वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिशत 88.39 प्रतिशत रहा। दोनों परीक्षाओं में लड़कों के मुकाबले लड़कियों ने बाजी मारी है।
सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा,‘‘बोर्ड द्वारा पहले लिए गए निर्णय के अनुसार, विद्यार्थियों के बीच अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए, सीबीएसई द्वारा कोई मेधावी सूची तैयार और घोषित नहीं की गई है। इसके अलावा, बोर्ड ने अपने छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी नहीं दी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बोर्ड उन शीर्ष 0.1 प्रतिशत छात्रों को मेधावी प्रमाण पत्र जारी करेगा, जिन्होंने विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त किए हैं। मेधावी प्रमाण पत्र संबंधित छात्रों के डिजी-लॉकर में उपलब्ध होंगे।’’
सीबीएसई की मेधावी सूची 2020 और 2021 में भी घोषित नहीं की गई थी क्योंकि बोर्ड ने कोविड-19 के कारण कुछ या सभी प्रश्नपत्र रद्द होने के बाद वैकल्पिक मूल्यांकन योजना अपनाई थी। बोर्ड ने 2022 में इस नीति को स्थायी रूप से बंद कर दिया।
भाषा धीरज नरेश
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