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Saturday, 23 November, 2024
होमदेशसीबीएसई के 9वीं और 11वीं के फ़ेल छात्रों को मिलेगा एक और मौका, फिर दे सकेंगे टेस्ट

सीबीएसई के 9वीं और 11वीं के फ़ेल छात्रों को मिलेगा एक और मौका, फिर दे सकेंगे टेस्ट

शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर सभी सीबीएससी स्कूलों को निर्देश दिया है कि 9वीं एवं 11वीं में जो बच्चे जो किसी भी सब्जेक्ट में फेल हो गए हों या नंबर कम रह गए हैं, ऐसे सभी बच्चों को ऑनलाइन/ऑफलाइन/इनोवेटिव तरीके से टेस्ट लिया जाए. इसमें दोबार फेल हो चुके छात्र भी हो सकेंगे शामिल.

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नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए 9वीं और 11वीं में फ़ेल हुए बच्चों को बड़ी राहत दी है. मंत्रालय द्वारा सभी सीबीएससी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि 9वीं और 11वीं में जो बच्चे फ़ेल हुए हैं, उनको ऑनलाइन, ऑफलाइन और इनोवेटिव तरीके से टेस्ट देने का एक मौका दिया जाए.

इससे जुड़े एक नोटिफ़िकेशन को ट्वीट करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, ‘सभी सीबीएससी स्कूलों को निर्देशित किया जा रहा है कि 9वीं एवं 11वीं में जो बच्चे अनुत्तीर्ण हो गए हैं, ऐसे सभी बच्चों को ऑनलाइन/ऑफलाइन/इनोवेटिव तरीके से टेस्ट लेने का एक अवसर प्रदान करें.’

सभी सीबीएससी स्कूलों को निर्देशित किया जा रहा है कि 9वीं एवं 11वीं में जो बच्चे अनुत्तीर्ण हो गए हैं, ऐसे सभी बच्चों को ऑनलाइन/ऑफलाइन/इनोवेटिव तरीके से टेस्ट लेने का एक अवसर प्रदान करें।

उन्होंने आगे  लिखा,  ‘साथ ही ऐसे बच्चों के लिए सुधारात्मक उपचार (रेमेडियल इंटरवेंशन) करते हुए री-टेस्ट की तैयारी का पर्याप्त समय भी दिए जाएं.’

शिक्षा मंत्री ने यह साफ किया है कि कोविड 19 की अभूतपूर्व परिस्थितियों को देखते हुए यह छूट सिर्फ इस वर्ष ही दी जा रही है और इसका फायदा भविष्य में नहीं उठाया जा सकेगा.

इस बारे में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) सचिव अनुराग त्रिपाठी ने दिप्रिंट से कहा, ‘9वीं और 11वीं की परीक्षा में बोर्ड का सीधा दख़ल नहीं होता और ये टेस्ट स्कूलों को कराना होता हैं. ऐसी अभूतपूर्व स्थिति में ये बड़ा कदम उठाया गया है जिसकी पूरी ज़िम्मेदारी स्कूल के प्रिंसपल पर होगी.’


यह भी पढ़ें: कोविड काल में आईआईटी गांधीनगर को प्लेसमेंट 20% बढ़ने की उम्मीद, बाकी छात्रों के लिए डिप्लोमा-फेलोशिप लॉन्च


उन्होंने कहा कि प्रिंसपल को ये टेस्ट ऑनलाइन, ऑफ़लाइन या इनोवेटिव तरीके से करवाना होगा.

शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, ‘इनोवेटिव का मतलब मेल, फ़ोन, वीडियो कॉल जैसा कोई भी माध्यम हो सकता है. परिस्थिति के आधार पर ये प्रिंसपल पर निर्भर करेगा कि उन्हें क्या इनोवेटिव लगता है.’

शिक्षा मंत्री द्वारा ट्वीट किए गए नोटिफ़िकेशन की बड़ी बात ये है कि इस टेस्ट में सभी फ़ेल बच्चों को शामिल होने दिया जाएगा. इसमें वो बच्चे भी शामिल होंगे जिनका टेस्ट हो गया हैं और नतीजे आ गए हैं. इससे भी फर्क़ नहीं पड़ेगा कि बच्चा कितने विषयों में फ़ेल हुआ है या कितनी बार टेस्ट दे चुका है.

स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि टेस्ट लेने से पहले वो छात्रों को तैयारी का पर्याप्त समय दें. ये तक कहा गया है कि अगर किसी छात्र को फ़ेल होने के बाद एक मौका दिया जा चुका है तो भी उसे इस टेस्ट में शामिल होना का मौका दिया जाना चाहिए.

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2 टिप्पणी

  1. Namaste sir?

    Sir Dont ignore this message

    Mera naam Rajkumar hai me uttrakhand se hu jab se covid 19 ki bajah se lockdown hua hai tab se me ghr pr hi hu me aap se ek sawal puchhna chah rha hu ki me hindi medium se hu aur mughe 9th classs me fail kiya gya hai
    Sir me aapse request kr rha hu ki mera bhi kuch kijiye
    Aapse me haath jodker request kr rha u ki aap meri 1 saal bachha skte hai me dobara bui paper dene ke liye ready hu

    Student .Rajkumar

  2. Namaste sir
    Me uttrakhand se hu me hindi medium school me padta hu sir mere pass school se msg aay ki me fail hu sir bo bhi hindi medium me
    Aap sir mere liye kuch kriye pls
    8630688704

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