scorecardresearch
Wednesday, 15 October, 2025
होमदेशसीबीआईसी ने चेन्नई सीमा शुल्क के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों की सतर्कता जांच शुरू की

सीबीआईसी ने चेन्नई सीमा शुल्क के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों की सतर्कता जांच शुरू की

Text Size:

नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) अप्रत्यक्ष कर विभाग सीबीआईसी ने शनिवार को कहा कि विनट्रैक इंक द्वारा चेन्नई सीमा शुल्क के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों की सतर्कता जांच शुरू की जा रही है और आरोपी सीमा शुल्क अधिकारियों को उनके क्षेत्राधिकार से बाहर तैनात कर दिया गया है।

केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने कहा कि उसे राजस्व विभाग (डीओआर) से तथ्यात्मक जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसे चेन्नई सीमा शुल्क में कथित अनियमितताओं के संबंध में विनट्रैक इंक द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष, पारदर्शी और तथ्य-आधारित जांच करने का आदेश दिया गया था।

सीबीआईसी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रिपोर्ट में यह भी संकेत दिया गया है कि आयातकर्ता के अपने एजेंटों और बिचौलियों द्वारा धोखाधड़ी एवं निजी धोखाधड़ी की संभावना है।’’

रिपोर्ट में नामजद सीमा शुल्क ब्रोकर एजेंट का लाइसेंस कस्टम्स ब्रोकर्स लाइसेंसिंग रेगुलेशन, 2018 के नियम 16 ​​के तहत सतर्कता जांच के अंतिम परिणाम आने तक निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, अनधिकृत बिचौलियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।

चेन्नई स्थित आयात कंपनी विनट्रैक इंक ने एक अक्टूबर को चेन्नई के सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न और रिश्वत की मांग का आरोप लगाते हुए अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की थी।

विनट्रैक इंक के संस्थापक गणेशन ने भी ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें जनवरी 2025 से अब तक की घटनाओं का विवरण दिया गया है जिसके कारण उन्होंने अपना व्यवसाय बंद करने का निर्णय लिया।

उन्होंने बताया कि चेन्नई सीमा शुल्क ने उनकी खेप रोक ली थी और सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा मांगी गई रिश्वत चुकाने के बाद ही उन्हें छोड़ा गया।

सीबीआईसी ने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा प्रथम दृष्टया प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर, एक गहन सतर्कता जांच शुरू की जा रही है, जिसे 4 से 6 सप्ताह की समय-सीमा में पूरा किया जाना है।

यह सुनिश्चित करने के लिए कि जांच विश्वसनीय, स्वतंत्र और निष्पक्ष हो, सीबीआईसी ने रिपोर्ट में उल्लेखित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उनकी वर्तमान जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है और उन्हें अधिकार क्षेत्र से बाहर तैनात कर दिया है।

इसके अलावा, सीबीआईसी आगे सुधारात्मक उपाय करने के लिए सदस्य (सीमा शुल्क) के अधीन एक कार्य बल का गठन कर रहा है। इसमें एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) तथा लघु-स्तरीय आयातकों पर विशेष ध्यान देते हुए विनियमों के सुसंगत, पारदर्शी और कानूनी रूप से सही अनुप्रयोग को सुनिश्चित करने के लिए सभी लंबित मामलों की व्यापक समीक्षा शामिल है।

भाषा सुभाष पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments