scorecardresearch
Saturday, 16 November, 2024
होमदेशनारद स्टिंग मामले में CBI ने बंगाल के मंत्रियों फरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को गिरफ्तार किया

नारद स्टिंग मामले में CBI ने बंगाल के मंत्रियों फरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को गिरफ्तार किया

नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में अपने दो मंत्रियों और तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को कोलकाता में सीबीआई कार्यालय पहुंच गयीं.

Text Size:

कोलकाता/ नयी दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के नेता फरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी और मदन मित्रा के साथ पार्टी के पूर्व नेता शोभन चटर्जी को नारद स्टिंग मामले में कोलकाता में गिरफ्तार किया. अधिकारियों ने इस बारे में बताया.

नारद स्टिंग मामले में कुछ नेताओं द्वारा कथित तौर पर धन लिए जाने के मामले का खुलासा हुआ था.

बता दें कि अपने दो मंत्रियों और तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को कोलकाता में सीबीआई कार्यालय पहुंच गयीं.

मुख्यमंत्री बनर्जी 10 बजकर 50 मिनट पर निजाम पैलेस स्थित केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के कार्यालय पहुंचीं.

सीबीआई ने सोमवार की सुबह बंगाल के मंत्री फरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी, तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा और पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को गिरफ्तार किया.

बताया जाता है कि सीबीआई कार्यालय जाने से पहले मुख्यमंत्री चेतला में हाकिम के आवास पर गयी थीं.

अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई इसलिए की गयी क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी स्टिंग टेप मामले में अपना आरोपपत्र दाखिल करने वाली है.

चारों नेताओं को सोमवार सुबह कोलकाता के निजाम पैलेस में सीबीआई कार्यालय ले जाया गया. इन नेताओं की गिरफ्तारी की खबरें आने के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने नेताओं के साथ सीबीआई कार्यालय पहुंच गयीं.

हकीम, मुखर्जी, मित्रा और चटर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी लेने के लिए सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का रुख किया था. वर्ष 2014 में कथित अपराध के समय ये सभी मंत्री थे.

धनखड़ ने चारों नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी थी जिसके बाद सीबीआई अपना आरोपपत्र तैयार कर रही है और उन सबको गिरफ्तार किया गया.

हकीम, मुखर्जी और मित्रा तीनों हालिया विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के विधायक के तौर पर निर्वाचित हुए हैं. वहीं, भाजपा से जुड़ने के लिए चटर्जी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ दी थी और दोनों खेमे से उनका टकराव चल रहा है.

नारद टीवी न्यूज चैनल के मैथ्यू सैमुअल ने 2014 में कथित स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें तृणमूल कांगेस के मंत्री, सांसद और विधायक लाभ के बदले में कंपनी के प्रतिनिधियों से कथित तौर पर धन लेते नजर आए. यह टेप पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनाव के पहले सार्वजनिक हुआ था.

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में मार्च 2017 में सीबीआई जांच का आदेश दिया था.


यह भी पढ़ें: बंगाल ने ‘अभी कोविड ने पीक को नहीं छुआ’ लेकिन कोलकाता के अस्पतालों में पहले से ही ख़त्म हो रहे हैं बिस्तर


 

share & View comments