मिर्ज़ापुर : पिछले दिनों मिर्ज़ापुर के एक प्राइमरी स्कूल का वीडियो बहुत वायरल हुआ था. जिसमें बच्चों को मिड डे मील में नमक- रोटी परोसी जा रही थी. अब इस प्रकरण में नया मोड़ आ गया है. दरअसल स्कूल में बच्चों को नमक-रोटी दिए जाने का खुलासा करने वाले स्थानीय अखबार के पत्रकार पवन जायसवाल पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया गया है.
मिर्ज़ापुर ज़िले के विकास खंड जमालपुर के प्राथमिक विद्यालय शिउर में हुए रोटी-नमक कांड में खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर पत्रकार व ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि पर धारा 120-बी, 186,193 और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. इन पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, साझा साजिश व फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया गया है.
पत्रकार पवन जायसवाल ने दिप्रिंट से बातचीत में बताया, ‘वह तो केवल खबर कवर करने स्कूल गए थे, जो कि उनकी ड्यूटी है. जाने से पहले उन्होंने एबीएसए (असिस्टेंट बेसिक शिक्षा अधिकारी) ब्रजेश सिंह को फोन करके सूचना भी दी थी.’
‘खबर के बाद डीएम ने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही. इसके बावजूद उन पर ही एफआईआर दर्ज करा दी गई. ये पत्रकारों की स्वतंत्रता का हनन है. क्या कोई पत्रकार अब खबर भी नहीं लिख सकता. उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है.’
ये हैं मिर्जापुर के पत्रकार पवन जिन्होंने मिड-डे मील में नमक रोटी वाली स्टोरी ब्रेक की थी.इन पर ही धारा 120-बी, 186,193 और 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया.पवन का कहना है वह तो सिर्फ अपनी ड्यूटी कर रहे थे..छोटे जिलों में पत्रकारिता करना और भी मुश्किल है @ShekharGupta @renuagal pic.twitter.com/OCKDpAX2li
— Prashant Srivastava (@Prashantps100) September 2, 2019
ज़िले के आला अधिकारियों ने कई बार शिउर गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय पर पहुंच कर बच्चों, ग्रामीणों सहित दुकानदारों और रसोइयां से कई बार बयान लिया. अब मामले ने नया मोड़ ले लिया है. डीएम अनुराग पटेल के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी प्रेम शंकर राम द्वारा थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया गया है कि रोटी-नमक प्रकरण में जान बूझकर, प्रायोजित तरीके से छलपूर्वक, वीडियो बनाकर वायरल करते हुए सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की गई. पूरे मामले में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल द्वारा षड्यंत्र रचकर एक पत्रकार की मदद से वीडियो बनवाने और उसे वायरल कराया गया है.
थानाध्यक्ष राजेश चौबे ने मीडिया को बताया, ‘मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है.’
पिछले दिनों वायरल हुआ था वीडियो
पिछले दिनों मिर्जापुर जिले से यह मामला सामने आया था, जहां प्राइमरी स्कूल के बच्चों को नमक के साथ रोटी खिलाई जा रही थी. बच्चों का स्कूल प्रांगण में खाता हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था.
Let’s hang our heads in shame! Children at a primary school in Mirzapur served ‘namak-roti’ in mid-day meal.
DM orders probe
A teacher has been suspended pic.twitter.com/aTPCSXLwu0— Marya Shakil (@maryashakil) August 23, 2019
Primary school students in Mirzapur's Siyuer village in UP being served chapattis and salt as a part of their free mid-day meal offered at govt run schools across the state.
Video credit: @Brijendramzp pic.twitter.com/KFOo50eKzd
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) August 22, 2019
बता दें कि यूपी के सरकारी स्कूलों में दी जाने वाली मिड डे मील में हर दिन का अलग मेन्यू होता है. जिसमें रोटी, दाल, चावल आदि रहता है. वहीं हफ्ते में एक दिन खीर और एक दिन फल भी रहता है. लेकिन मिर्ज़ापुर के सरकारी प्राइमरी स्कूल के वीडियो में साफ दिख रहा है कि बच्चे नमक -रोटी खाने को मजबूर हैं. एक महिला बाल्टी में रोटी लेकर बच्चों को परोसती हुआ देखी जा रही है. इसके बाद बच्चों को नमक दिया जा रहा है. ये स्कूल मिर्जापुर के जमालपुर खंड में स्थित है.
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वीडियो वायरल होने की सूचना के बाद बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) प्रवीण कुमार तिवारी ने जांच के बाद कार्रवाई करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया था. इसके साथ ही सहायक अध्यापिका का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिए जाने का आदेश दिया गया था. बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय सिउर की शिक्षामित्र को भी इस मामले में दोषी पाते हुए उसका मानदेय भी रोक दिया. खंड शिक्षाधिकारी जमालपुर को भी बराबर का दोषी मानते हुए उनसे तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया था. अब इस मामले में सुनवाई दूर स्कूल में हो रही धांधली की पोल खोलने वाले पत्रकार पर ही एफआईआर दर्ज करा दी गई है.