गुवाहाटी, छह मार्च (भाषा) भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के जहाज एमवी लाल बहादुर शास्त्री ने रविवार को बिहार के पटना से बांग्लादेश होते हुए गुवाहाटी के पांडु बंदरगाह तक की पायलट यात्रा पूरी की। जहाज के जरिये अनाज की ढुलाई की गई।
यात्रा के अंत में केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा, गुवाहाटी से लोकसभा सांसद क्वीन ओजा और आईडब्ल्यूएआई के अध्यक्ष संजय बंदोपाध्याय ने जहाज का स्वागत किया। एमवी लाल बहादुर शास्त्री एक स्व-चालित जहाज है जिसने भारतीय खाद्य निगम के लिए 200 मैट्रिक टन खाद्यान्न की खेप पहुंचाने का काम किया।
जहाज ने पांच फरवरी को पटना से राष्ट्रीय जलमार्ग-एक (गंगा नदी) के रास्ते अपनी यात्रा शुरू की और 2,350 किलोमीटर की दूरी तय की। एक अन्य पोत एमवी राम प्रसाद बिस्मिल ने 17 फरवरी को हल्दिया से पांडु के लिए यात्रा शुरू की लेकिन अभी रास्ते में है। लेकिन यह पोत पहले ही धुबरी (असम) में बांग्लादेश सीमा पर पहुंच चुका है। इस मौके पर सोनोवाल ने कहा, ‘‘असम के लिए आज का दिन अंतर्देशीय जल परिवहन के लिहाज से नए युग की शुरुआत है। यह कारोबारी समुदाय को एक व्यावहारिक, आर्थिक और पर्यावरणीय विकल्प प्रदान करेगा।’’ मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग (आईबीआरपी) पर जहाजों के संचालन से पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि के नए युग की शुरुआत होगी।
भाषा
संतोष नरेश
नरेश
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