पणजी, 12 फरवरी (भाषा) गोवा में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये प्रचार अभियान शनिवार शाम को समाप्त हो गया। प्रदेश में विधानसभा की 40 सीटों के लिए कुल 301 उम्मीदवार मैदान में हैं।
प्रदेश में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), तृणमूल कांग्रेस पार्टी, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी), राकांपा, शिवसेना, रिवोल्यूशनरी गोवा, गोएंचो स्वाभिमान पार्टी, जय महाभारत पार्टी और संभाजी ब्रिगेड के उम्मीदवारों के अलावा, 68 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं।
निर्दलीय उम्मीदवारों में प्रमुख राजनीतिक दलों के बागी भी शामिल हैं । प्रदेश में मतों की गिनती दस मार्च को होगी ।
इस तटीय राज्य में भाजपा सत्ता में बने रहने के लिये जी तोड़ कोशिश कर रही है । पार्टी चुनाव मैदान में अकेले उतरी है और किसी भी अन्य दल के साथ उसका गठबंधन नही है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी प्रमुख जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं ने पिछले एक महीने में गोवा में भाजपा के लिए प्रचार किया। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य में भाजपा के चुनाव प्रभारी हैं।
प्रदेश चुनाव में कांग्रेस जीएफपी के साथ गठबंधन कर मैदान में है । कांग्रेस ने 37 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि सहयोगी जीएफपी के खाते में तीन सीटें गयी है । कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने तटीय राज्य में पार्टी के लिए प्रचार किया।
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम वरिष्ठ नेता दिनेश गुंडू राव के साथ कांग्रेस की चुनावी रणनीति देख रहे हैं।
गोवा में 2017 के चुनावों में कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत हासिल की थी और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन सरकार नहीं बना सकी क्योंकि भाजपा ने तेजी के साथ गठबंधन कर सरकार गठन करने का दावा पेश किया था ।
पिछले पांच वर्षों में, कांग्रेस के कई विधायकों ने पार्टी छोड़ दी, जिससे विधानसभा में उसकी संख्या दो पर सिमट गयी ।
आम आदमी पार्टी प्रदेश में 39 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। प्रचार अभियान के दौरान, पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गोवा में ‘दिल्ली मॉडल’ को दोहराने और ‘भ्रष्टाचार मुक्त सरकार’ देने का वादा किया ।
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी गोवा की चुनावी राजनीति में पहली बार उतरी है । टीएमसी राज्य के सबसे पुराने राजनीतिक दल एमजीपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है। टीएमसी जहां 26 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं एमजीपी 13 पर चुनाव लड़ रही है।
विधानसभा चुनाव में राकांपा और शिवसेना गठबंधन भी मैदान में है । शिवसेना जहां 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं राकांपा 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
भाषा रंजन उमा
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