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Wednesday, 18 September, 2024
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मंत्रिमंडल ने ‘वीनस ऑर्बिटर मिशन’ के विकास को मंजूरी दी

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नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को शुक्र ग्रह संबंधी खोज और अध्ययन के लिए ‘वीनस ऑर्बिटर मिशन’ (शुक्रयान) के विकास को मंजूरी दे दी।

अंतरिक्ष विभाग द्वारा संचालित ‘वीनस ऑर्बिटर मिशन’ में शुक्र ग्रह की कक्षा में एक अंतरिक्ष यान स्थापित करना शामिल होगा, ताकि इसकी सतह व उपसतह, वायुमंडलीय प्रक्रियाओं और शुक्र के वायुमंडल पर सूर्य के प्रभाव को बेहतर ढंग से समझा जा सके।

एक बयान में कहा गया कि शुक्र, जो पृथ्वी का सबसे निकटतम ग्रह है और माना जाता है कि इसका निर्माण पृथ्वी के समान परिस्थितियों में हुआ है, यह समझने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है कि ग्रहों का वातावरण किस प्रकार बहुत अलग तरीके से विकसित हो सकता है।

इसमें कहा गया है कि शुक्र ग्रह में हुए बदलाव के अंतर्निहित कारणों का अध्ययन शुक्र और पृथ्वी दोनों ग्रहों के विकास को समझने में काफी सहायक साबित होगा।

मंत्रिमंडल ने इस अभियान के लिए 1,236 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जिनमें से 824 करोड़ रुपये भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा अंतरिक्ष यान के विकास पर खर्च किए जाएंगे।

भाषा शफीक नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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