मुंबई, 28 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मंगलवार को ‘विकसित महाराष्ट्र-2047’ के लिए दृष्टिकोण पत्र और इसके कार्यान्वयन के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक प्रबंधन इकाई की स्थापना को मंजूरी दी।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक विज्ञप्ति में बताया कि सरकार ने ‘विकसित महाराष्ट्र-2047’ के संबंध में नागरिकों के विचार, अपेक्षाएं, सुझाव, आकांक्षाएं और प्राथमिकताएं जानने के लिए सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय की मदद से एक राज्यव्यापी सर्वेक्षण कराया।
इसमें कहा गया है कि प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने दृष्टिकोण पत्र और इसके कार्यान्वयन के लिए ‘दृष्टिकोण प्रबंधन इकाई’ (वीएमयू) की स्थापना को मंजूरी दे दी।
महाराष्ट्र ने विकसित महाराष्ट्र के दृष्टिकोण को अपनाया है और भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष तक पांच हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है।
विज्ञप्ति के अनुसार, दस्तावेज में तीन समयसीमाएं दी गई हैं, अल्पकालिक दृष्टि: 2 अक्टूबर, 2029 तक (वार्षिक लक्ष्यों के साथ), मध्यम अवधि की दृष्टि: एक मई, 2035 तक (महाराष्ट्र के 75 साल) और दीर्घकालिक दृष्टि: 15 अगस्त, 2047 तक (भारत की आजादी के 100 साल)।
दस्तावेज का मसौदा तैयार करने के लिए 16 क्षेत्रीय समूहों का गठन किया गया था, जिसमें कृषि, उद्योग, सेवाएं, पर्यटन, शहरी विकास, ऊर्जा और स्थिरता, जल, परिवहन, शिक्षा और कौशल विकास, स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण, सॉफ्ट पावर, शासन, प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और वित्त शामिल हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन समूहों को चार स्तंभों (प्रगतिशील, टिकाऊ, समावेशी और सुशासन) के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है।
भाषा संतोष अविनाश
अविनाश
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