नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर कथित पुलिस अत्याचार के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित उत्तर प्रदेश भवन के बाहर प्रदर्शन करने का प्रयास करने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
जामिया समन्वय समिति ने उत्तर प्रदेश भवन के ‘घेराव’ का आह्वान किया था. इस समिति में विभिन्न राजनीतिक समूहों के छात्र शामिल हैं.
मौके पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया था. जैसे ही कुछ प्रदर्शनकारी वहां पहुंचे, उन्हें हिरासत में लेकर मंदिर मार्ग पुलिस थाने में ले जाया गया.
पुलिस ने बताया कि अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू वहां लागू था जिसके तहत एक स्थान पर चार या चार से अधिक लोगों के जमा होने को प्रतिबंधित कर दिया गया है.
आसपास के पुलिस जिलों से भी सुरक्षाकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया था ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हो .
विरोध प्रदर्शन करने आये एक व्यक्ति को जब पुलिस हिरासत में लेने का प्रयास करने लगी तो वह सड़क पर बैठ गया और इस कार्रवाई पर सवाल उठाया. उसे हिरासत में लिया गया और पुलिस वैन में ले जाया गया. महिला प्रदर्शनकारियों को महिला पुलिस ने हिरासत में लिया.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (नयी दिल्ली) आनंद मोहन, पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) ईश सिंघल, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) दीपक यादव और पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) देवेंदर आर्य समेत कई अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे.