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Saturday, 21 December, 2024
होमदेशबुली बाई ‘मास्टरमाइंड’ एक ‘पोर्न-एडिक्ट, लैपटॉप में मिला सेक्सुअल कंटेंट, पहली बार 16 की उम्र में हैक की थी वेबसाइट’

बुली बाई ‘मास्टरमाइंड’ एक ‘पोर्न-एडिक्ट, लैपटॉप में मिला सेक्सुअल कंटेंट, पहली बार 16 की उम्र में हैक की थी वेबसाइट’

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, 20 वर्षीय नीरज बिश्नोई के लैपटॉप पर मिले डेटा में 153 पोर्न फिल्में डाउनलोड मिली हैं, और इससे यह भी पता चलता है कि ‘बड़ी उम्र की मुसलिम महिलाओं को लेकर वह विकृत भावनाएं रखता था.’

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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने गुरुवार को दावा किया कि कथित तौर पर बुली बाई ऐप बनाने वाले 20 वर्षीय नीरज बिश्नोई के लैपटॉप में 153 पोर्न फिल्में डाउनलोड मिलीं और इसके अलावा भी इसमें तमाम अश्लील, सेक्सुअल कंटेंट था. सूत्रों ने कहा कि लैपटॉप में मिले साक्ष्य यह बताते हैं कि बिश्नोई एक ‘पोर्न एडिक्ट’ है और ‘उम्रदराज मुस्लिम महिलाओं के प्रति विकृत मानसिकता’ रखता है.

मूलत: राजस्थान के रहने वाले नीरज को गुरुवार को असम के जोरहाट स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया था. उसके ‘सुल्ली डील्स’ केस में भी शामिल होने संदेह है, जो बुली बाई की तरह एक वेबसाइट थी जिस पर नीलामी’ के लिए मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को उनकी सहमति के बिना अपलोड किया गया था. सुल्ली डील्स मामला जहां पिछले साल सुर्खियों में रहा था, वहीं ‘बुली बाई’ ऐप शनिवार को सामने आया.

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, नीरज बिश्नोई 15 साल की उम्र में वर्चुअल वर्ल्ड से परिचित हुआ था और एक साल बाद ही उसने पहली बार एक वेबसाइट को हैक किया. यह कदम उसने अपनी बहन को एक स्कूल में प्रवेश देने से इनकार किए जाने के बाद ‘बदला’ लेने के लिए उठाया था.

दिल्ली पुलिस के एक सूत्र ने दावा किया, ‘16 साल की उम्र में उसने पहली बार स्कूल की वेबसाइट हैक की, जब उसकी बहन को स्कूल में प्रवेश नहीं मिला था.’

वीआईटी, भोपाल में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक स्टूडेंट नीरज इस समय सात दिन की पुलिस हिरासत में है. 20 वर्षीय नीरज को गिरफ्तारी के बाद उसके कॉलेज से संस्पेंड कर दिया गया है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बुली बाई ऐप की कोड स्क्रिप्ट उसके लैपटॉप से बरामद की गई है जो कि एक हेडी ड्यूटी ग्राफिक कार्ड वाली हाई-एंड गेमिंग मशीन है. सूत्रों ने दावा किया कि लैपटॉप में केवल गेम और पोर्न कंटेंट ही था.

ऊपर उद्धृत सूत्र ने दावा किया, ‘वह एक पोर्न एडिक्ट है और उसने यह बात पूछताछ के दौरान जाहिर भी की है. लैपटॉप के डाटा से पता चलता है कि एक खास आयु वर्ग की और एक समुदाय (मुसलिम) विशेष की बड़ी उम्र की महिलाओं को लेकर उसकी भावनाएं काफी विकृत हैं.’

नीरज को निजी तौर पर जानने वाले लोग उसके ‘एकाकी’ होने का दावा करते हैं, जो अपने आसपास की वास्तविक दुनिया की तुलना में वर्चुअल दुनिया में अधिक सक्रिय रहता था.


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‘आत्मघाती’ प्रवृत्ति, ‘कोई दोस्त भी नहीं है’

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि नीरज ने पुलिस की पूछताछ के दौरान कई बार अपना ‘असामान्य व्यवहार’ प्रदर्शित किया और गिरफ्तारी के बाद से कई बार आत्महत्या करने की धमकी भी दे चुका है.

ऊपर उद्धृत सूत्र ने दावा किया, ‘उसने पुलिस से कहा है कि वह खुद को गंभीर चोट पहुंचा लेगा, ब्लेड से अपनी नसें काट लेगा, खुद को फांसी लगा लेगा.’

एक दूसरे सूत्र ने कहा, ‘वह ज्यादा कुछ खाता भी नहीं है, उसे खाने के लिए मजबूर करना पड़ता है. आज उसने लंच नही किया. उसे खिलाने के लिए हमें दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बाहर से खाना मंगाना पड़ा.

सूत्रों का दावा है कि अब तक की जांच में पता चला है कि नीरज इंटरनेट और अपने लैपटॉप का आदी हैं. उन्होंने यह दावा भी किया कि उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी अकाउंट और यूजर हैंडल बनाने का शौक है.

एक दूसरे सूत्र ने कहा, ‘नीरज का कहना है कि वह असल दुनिया में किसी से ज्यादा बातें नहीं करता, उसे किसी से बातचीत करना पसंद नहीं है और वास्तव में उसका कोई दोस्त भी नहीं है. आभासी दुनिया में उसकी बातचीत केवल कुछ कल्पित नामों और पहचान वालों के साथ होती है. उसका दिन इंटरनेट और लैपटॉप के साथ शुरू होता है और खत्म भी उसी पर होता है.

आरोपी के एकाकी होने के पुलिस के दावे से उन लोगों ने भी सहमति जताई जो नीरज को तब से जानते हैं जब वह स्कूली छात्र था, और जिन्होंने नाम न छापने की शर्त पर दिप्रिंट से बात की थी.

उन सभी ने आरोपी को ‘अकेलेपन’ का आदी बताया जो सबसे ‘अलग-थलग’ रहता ही रहता था और किशोरावस्था के समय से ही ‘आसपास के लोगों से ज्यादा बातचीत नहीं करता था.’

एक परिचित ने दावा किया, ‘उसने अपने आसपास एक आभासी दुनिया बना ली थी.’ वह नहीं चाहता कि कोई उसे पहचाने.

दूसरे पुलिस सूत्र ने आरोपी के एक अन्य व्यवहार संबंधी दिक्कत का जिक्र करते हुए बताया, ‘जब भी पूछताछ एक गंभीर स्तर पर पहुंचती है तो वह अपनी पैंट में पेशाब कर देता है. ऐसा उसने तीन-चार बार किया है. हमने यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या वह ऐसा किसी मेडिकल समस्या की वजह से करता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है.’

‘संदिग्ध पहले भी कर चुका है ऐसा काम’

सूत्र के मुताबिक, 20 वर्षीय इस युवक को ‘बुली बाई’ ऐप बनाने में अपनी कथित संलिप्तता पर कोई अफसोस नहीं है.

सूत्र ने दावा किया, ‘वह कहता है कि उसने जो किया सही किया.’

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने पहले दावा किया था कि नीरज बिश्नोई बुली बाई ऐप का ‘निर्माता और मास्टरमाइंड’ है और साथ ही वह ‘निश्चित तौर पर सुल्ली डील्स मामले में भी शामिल’ था, हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या इसे बनाने में भी उसका ही हाथ था.

सूत्रों के मुताबिक नीरज ने बताया है कि सुल्ली डील्स वेबसाइट में शामिल अन्य लोगों से वह ट्विटर के जरिये संपर्क में आया था और उन लोगों ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर एक क्लोज ग्रुप बना लिया था.

सूत्रों ने बताया कि पुलिस इस सबकी जांच कर रही है और इस वेबसाइट के अन्य संभावित प्रमोटरों के बारे में पता लगाने में जुटी है. इसके साथ ही नीरज के लैपटॉप की फॉरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है ताकि ये पता लगाया जा सके कि क्या सुल्ली डील्स वेबसाइट भी उसने ही बनाई थी.

पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को यह दावा भी किया था कि बिश्नोई ने पिछले साल मई में ईद के दिन कांग्रेस की राष्ट्रीय संयोजक हसीबा अनीम की नीलामी की थी.

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि नीरज ने ‘सुल्ली डील्स’ पर अमीन की तस्वीर डालने से पहले उनके बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके लिए एक ट्विटर हैंडल @giyu2002 बनाया गया. उसने कथित तौर पर इस हैंडल का उपयोग ट्विटर पर ‘सुल्ली डील्स’ के कंटेंट को बूस्ट करने के लिए भी किया था.

पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि आरोपी ने कथित तौर पर बाद में अपना प्रोफाइल नाम बदलकर ‘महमद आलम’ कर लिया और यह दिखाने के लिए कि ‘सुल्ली डील्स’ किसी मुस्लिम ने बनाई है, उस पर किसी मुस्लिम व्यक्ति की तस्वीर लगा दी.

अमीन की शिकायत पर 16 मई 2021 को दक्षिण पश्चिम दिल्ली में दर्ज की गई एफआईआर में ट्विटर हैंडल का उल्लेख है, जिसकी एक प्रति दिप्रिंट के पास है.

ऊपर उद्धृत पहले सूत्र ने कहा, ‘सुल्ली डील्स और बुली बाई मामले ने ध्यान आकृष्ट किया है और हाल-फिलहाल में सामने आए हैं. लेकिन हमें संदेह है कि उसने पहले भी इस तरह के काम किए हैं.’

सूत्र ने कहा, ‘उसके लैपटॉप और फोन की फॉरेंसिक रिपोर्ट से ही हमें पता चल पाएगा कि क्या उसने अतीत में अन्य ऐप्स, वेबसाइटें भी बनाई हैं और क्या उसी ने सुल्ली डील्स वेबसाइट बनाई थी. रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.’

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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