बालाघाट, 20 नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के पूर्व सांसद और बसपा नेता कंकर मुंजारे ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी पत्नी (बालाघाट क्षेत्र से कांग्रेस विधायक) ने अपने राजनीतिक होर्डिंग और बैनरों में उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल बंद नहीं किया तो वह उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता कंकर मुंजारे ने बुधवार को अनुभा मुंजारे को जन्मदिन की बधाई देने के लिए शहर में लगाए गए होर्डिंग में अपनी तस्वीरों के इस्तेमाल पर नाराजगी जताई और उन्होंने होर्डिंग हटवा भी दिए।
उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी विधायक पत्नी अनुभा को राजनीतिक विचारधाराओं में मतभेद के कारण घर छोड़ने को कहा था। फिलहाल, दोनों अलग-अलग रहते हैं।
बसपा नेता ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘यह एक गैरजिम्मेदाराना रवैया है क्योंकि विधायक अनुभा मुंजारे ने मेरी सहमति के बिना होर्डिंग पर मेरी तस्वीर का इस्तेमाल किया। यह मेरा अपमान है। उन्हें अपनी सीमा में रहना चाहिए और अपने (पार्टी) नेताओं की तस्वीरों का इस्तेमाल करना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘‘यह उनकी ‘क्षुद्र मानसिकता’ को दर्शाता है। मैं एक अलग पार्टी में हूं और वह दूसरी पार्टी में हैं। मेरी तस्वीर का इस्तेमाल कैसे किया जा रहा है? मेरा नाम उनके किसी भी कार्यक्रम में नहीं आना चाहिए। मेरा इससे कोई संबंध नहीं है। यह आपत्तिजनक है। मैं प्राथमिकी नहीं दर्ज करवा रहा हूं। मैं इस बार छोड़ रहा हूं लेकिन दोबारा ऐसा नहीं होना चाहिए।’
जब उनसे पूछा गया कि यह सब परिवार का मामला है, तो पूर्व सांसद मुंजारे ने कहा, ‘परिवार का इस (प्रकरण) से कोई लेना-देना नहीं है। राजनीति हमारे सिद्धांतों पर आधारित है। परिवार का मतलब यह नहीं है कि वह वोट हासिल करने और मतदाता आधार बढ़ाने के लिए मेरे नाम का इस्तेमाल करें। उनके नेता उन्हें (मेरी तस्वीरों का इस्तेमाल करने से) क्यों नहीं रोक रहे हैं?’
मुंजारे ने कहा कि उनका अपनी पत्नी की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है और दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा है। हालांकि अनुभा ने कहा कि कंकर मुंजारे एक सम्मानित नेता हैं और उन्होंने वही किया जो उन्हें सही लगा।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि वह इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहतीं।
अनुभा मुंजारे ने नवंबर 2023 में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और बालाघाट सीट से जीत हासिल की। उनके पति कंकर मुंजारे ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) के उम्मीदवार के तौर पर परसवाड़ा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और हार गए।
उसके बाद कंकर मुंजारे ने इस साल का लोकसभा चुनाव बालाघाट से बसपा उम्मीदवार के तौर पर लड़ा लेकिन चुनाव हार गए और उन्हें करीब 53,000 मत मिले।
कंकर मुंजारे ने 1989 में बालाघाट लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी ।
भाषा सं दिमो मनीषा अविनाश
अविनाश
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