अहमदाबाद: गुजरात से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा और पड़ोसी राज्य राजस्थान के बाडमेर जिले में पाकिस्तान से लगती सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स ने बृहस्पतिवार को एक दूसरे के साथ मिठाइयों का आदान-प्रदान किया और दिवाली की बधाई दी.
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राज्य की जनता को दीपावली और गुजराती नववर्ष की बृहस्पतिवार को शुभकामनाएं दीं.
गुजरात के विभिन्न स्थानों पर लोगों को नए कपड़े, मिठाई और पटाखे खरीदते हुए देखा गया.
बीएसएफ गुजरात फ्रंटियर की ओर से जारी विज्ञप्ति के साथ जारी तस्वीरों के मुताबिक बीएसएफ के जवानों और पाकिस्तान रेंजर्स ने सीमा के विभिन्न स्थानों पर मिठाई का आदान-प्रदान किया.
बल ने कहा, ‘राष्ट्रीय महात्व के त्यौहारों पर इस तरह मिठाई के आदान-प्रदान और शुभकामनांए देने से आपसी सहौर्द्र, भाईचारा बढ़ता है और इसके साथ ही सीमा के दोनों ओर तैनात बलों के बीच शांतिपूर्ण माहौल बनता है.’
राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘दीपावली का यह त्योहार दीपों की जगमगाहट से भर जाए और नववर्ष सभी के जीवन में प्रसन्नता, समृद्धि तथा ऊर्जा लाए.’
मुख्यमंत्री ने भी लोगों को दीपावली और गुजराती नववर्ष की शुभकामनाएं दीं. गुजराती नववर्ष की शुरुआत दीपावली के एक दिन बाद से होती है.
पटेल ने एक बयान में कहा,‘त्योहार और त्योहार का उल्लास समाज में ताजगी और नयी चेतना का संचार करता है.
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि दिवाली के दीये सकारात्मक दृष्टिकोण का प्रतीक हैं. मुख्यमंत्री ने कामना की कि यह त्योहार जनता के लिए सकारात्मकता का प्रतीक बने.
विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं.
कांग्रेस के प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने ट्वीट किया, ‘दीपावली के इस पावन पर्व पर सभी का जीवन प्रकाश से भर जाए. आपका जीवन सुख, शांति, प्रगति, समृद्धि, मानवता, धन और अच्छे स्वास्थ्य से परिपूर्ण हो.’ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल ने ट्वीट किया, ‘गुजरात के लोगों को शुभकामनाएं…..’
वहीं गोवा में भी दीपों का त्योहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. बृहस्पतिवार तड़के लोगों ने नरकासुर का पुतला जला कर पर्व की शुरुआत की. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जनता को दीपावली की शुभकामनाएं दीं.
बुधवार शाम जारी शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश की,बुराई पर अच्छाई की विजय को याद रखने का है. इसी प्रकार हम टीकाकरण के जरिए कोविड-19 के प्रभाव से बाहर आ रहे हैं.’