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Saturday, 20 April, 2024
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जातीय संघर्ष से पीड़ित ब्रू-रियांग शरणार्थियों को त्रिपुरा में बसाने के लिए हुआ समझौता

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में नॉर्थ ब्लॉक में ब्रू समुदाय, केंद्र सरकार और मिजोरम सरकार के प्रतिनिधियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए.

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नई दिल्ली: मिजोरम से विस्थापित हुए 30 हजार से अधिक ब्रू आदिवासी त्रिपुरा में स्थायी रूप से बसेंगे. इस संबंध में गुरुवार को एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर हुए.

ये विस्थापित ब्रू आदिवासी 1997 से त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में शरणार्थियों के रूप में रह रहे थे.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में नॉर्थ ब्लॉक में ब्रू समुदाय, केंद्र सरकार और मिजोरम सरकार के प्रतिनिधियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए.

शाह ने कहा कि समझौते के तहत 30 हजार से अधिक ब्रू आदिवासी स्थायी रूप से त्रिपुरा में रहेंगे.

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब ने ट्वीट कर नरेंद्र मोदी को बधाई दी और कहा, ‘वास्तव में ये एक ऐतिहासिक दिन है और मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार की एक और उपल्बधि है. मैं राज्य के लोगों और ब्रू समुदाय की तरफ से लंबे समय से चले आ रहे विवाद को सुलझाने के लिए आपको धन्यवाद देता हूं. हम नए भारत के लिए साथ मिलकर काम करेंगे.’

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भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा और और ब्रू शरणार्थियों को लेकर लिए गए फैसला का स्वागत किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘कितने लोग हैं जो ब्रू-रियांग शरणार्थियों के बारे में पहले बार सुन रहे हैं? युवा वर्ग लगातार भाजपा का समर्थन कर रहा है क्योंकि हर रोज़ उन्हें विपक्ष का ऐतिहासिक ढोंग और भाजपा का सबका साथ सबका विश्वास के संकल्प के बारे में जानने को मिलता है.’

ब्रू और मिजो समुदायों के बीच जातीय संघर्ष के बाद 1997 में मिजोरम से भागे ब्रू आदिवासी त्रिपुरा में विभिन्न राहत शिविरों में रह रहे हैं.

आदिवासी समुदाय के इन लोगों को मिजोरम वापस भेजने के लिए जुलाई 2018 में एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे, लेकिन यह क्रियान्वित नहीं हो सका क्योंकि अधिकतर विस्थापित लोगों ने मिजोरम वापस जाने से इनकार कर दिया.

मोदी ने ब्रू शरणार्थियों को त्रिपुरा में स्थायी रूप से बसाने के समझौते का किया स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्रू-रियांग शरणार्थियों को त्रिपुरा में स्थायी रूप से बसाने के लिए किये गए समझौते का स्वागत करते हुए कहा कि इससे उन्हें बड़ी मदद मिलेगी .

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कदम से ब्रू-रियांग शरणार्थियों को बहुत मदद मिलेगी. मोदी ने यह भी कहा कि इससे ब्रू-रियांग शरणार्थियों को सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा.

मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘वास्तव में यह दिन खास है.’

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पूर्वोत्तर और वहां के लोगों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है.

उन्होंने कहा, ‘आज के समझौते से ब्रू-रियांग शरणार्थियों को बहुत मदद मिलेगी. उन्हें अनगिनत विकास योजनाओं का लाभ भी मिलेगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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