हैदराबाद, 12 अगस्त (भाषा) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामा राव ने केंद्रीय मंत्री बंडी संजय कुमार को पूर्ववर्ती बीआरएस सरकार के दौरान ‘‘अवैध फोन टैपिंग’’ के मामले में उनके खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणियां करने को लेकर कानूनी नोटिस भेजा है।
रामा राव के वकील ने 11 अगस्त को भेजे गए नोटिस में आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री संजय कुमार ने झूठे, अपमानजनक और बदनाम करने वाले बयान दिए, जिनका आशय यह है कि उनके मुवक्किल (रामा राव) ने ‘‘फोन टैपिंग’’ की है।
मंगलवार को मीडिया को जारी नोटिस में वकील ने कहा, ‘‘सबसे पहले, हमारे मुवक्किल ने कहा है कि आपके (संजय कुमार) द्वारा लगाए गए आरोप बिना सबूत के गलत हैं और हमारे मुवक्किल की प्रतिष्ठा, छवि और साख को धूमिल करने के आपके दुर्भावनापूर्ण इरादे को दर्शाते हैं।’’
नोटिस में कहा गया कि संजय कुमार ने स्पष्ट मंशा से ये मानहानिकारक बयान रामा राव की प्रतिष्ठा और साख की कीमत पर अपने राजनीतिक लाभ के लिए दिए।
इसमें कुमार से बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष से बिना शर्त माफी मांगने और उनके तथा उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ किसी भी दुर्भावनापूर्ण या तुच्छ मानहानिकारक कृत्य में शामिल होने से बचने को कहा गया है।
तेलंगाना में अवैध फोन टैपिंग मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष गवाह के रूप में पेश हुए संजय कुमार ने आठ अगस्त को मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने की मांग की।
केंद्रीय मंत्री ने फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और रामा राव पर निशाना साधा तथा दावा किया कि माओवादी गतिविधियों की निगरानी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली प्रक्रिया का पालन करते हुए उनके फोन की टैपिंग की गई।
इन आरोपों के बाद आठ अगस्त को बीआरएस नेता और संजय कुमार के बीच वाकयुद्ध हुआ था।
भाषा गोला नेत्रपाल
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